जेएनयू में विवादित पोस्टर का मुद्दा थमा नहीं है कि डीयू में भी आपत्तिजनक पोस्टर लगाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। दिल्ली विश्वविद्यालय में एबीवीपी के मार्च के दौरान कम्युनिस्ट हिंसा को दिखाने के लिए लगाए होर्डिंग्स पर एनएसयूआई हरकत में आई है।
कैंपस के विभिन्न हिस्सों में क्षत-विक्षत व उत्तेजक होर्डिंग्स लगाने को लेकर एनएसयूआई ने कुलपति से शिकायत की है। वहीं, इसकी शिकायत पुलिस में भी की जाएगी।
एनएसयूआई का कहना है कि कैंपस में एक सप्ताह के बाद शांति का माहौल स्थापित करने की कोशिश हो रही है, वहीं एबीवीपी इस तरह की होर्डिंग्स लगाकर कैंपस का माहौल खराब करने का प्रयास कर रही है। एनएसयूआई ने इस पूरे मामले को लेकर शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राष्ट्रवाद का सम्मान करते हैं, राष्ट्रवाद के नारे लगाने वालों के खिलाफ नहीं हैं। लेकिन राष्ट्रवाद के नाम पर कानून हाथ में लेकर हिंसा करना कतई सही नहीं है। डूसू संयुक्त सचिव मोहित गरिड ने कहा कि डूसू प्रतिनिधि होने के नाते होर्डिंग्स लगाने के लिए मेरी सहमति नहीं ली गई। मोहित गरिड ने कहा कि कैंपस में तुरंत इस तरह के होर्डिंग्स हटाए जाने चाहिए।
इसके साथ ही एबीवीपी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। होर्डिंग्स लगाकर कैंपस के माहौल को खराब करने के प्रयास को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। एनएसयूआई महासचिव लेनी जाधव ने कहा कि हम कैंपस में शांति चाहते हैं। यह किसी भी बुद्धिजीवी का काम नहीं हो सकता कि इस तरह के उत्तेजक होर्डिंग्स कैंपस में लगाए जाएं। इससे एक बार फिर से कैंपस का माहौल खराब हो सकता है।