संजय ने कुछ महीने पहले कपिल मिश्रा द्वारा दी गई रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि उस वक्त तो कपिल ने कहा था कि एसीबी पर दबाव है और वो उन्हें वाटर टैंक मामले में फंसाना चाहती है। तो अब वही कपिल मिश्रा उसी एसीबी को टैंकर घोटाले के सबूत देने पहुंच गए।
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संजय सिंह ने ये भी पूछा कि आखिर कपिल मिश्रा ये बात क्यों नहीं बता रहे हैं कि उन्हें रिश्वत लेते वक्त देखने के लिए किसने बुलाया, कितने बजे हुई ये घटना।
इसके बाद उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस उन्हें नैतिकता का पाठ ना पढ़ाएं। केजरीवाल इस्तीफा नहीं देंगे। जब उन्हें लगेगा तब वो इस मामले में बोलेंगे। मंत्रीपद से हटाए जाने की वजह कपिल मिश्रा बौखला गए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार को ये भी चुनौती दी कि हमारे 63-64 विधायक बचे हैं उन्हें भी उठाकर तिहाड़ में डाल दें जो करना है करें लेकिन हम डरने वाले नहीं है।
टैंकर घोटाला मामले में महत्वपूर्ण सबूत लेकर दिल्ली सरकार के पूर्व जल मंत्री कपिल मिश्रा सोमवार सुबह 11 बजे एंटी करप्शन ब्यूरो के दफ्तर पहुंचे। उन्होंने एसीबी को सभी दस्तावेज सौंप दिए हैं। एसीबी दफ्तर से निकलकर कपिल मिश्रा ने जानकारी दी कि उन्होंने इस मामले में केजरीवाल और उनके दो साथियों पर फाइल दबाने और इस मामले की जांच को प्रभावित करने के लिए शिकायत की है। उन्होंने ये भी कहा कि इस मामले में शीला दीक्षित को बचाने की कोशिश हो रही है।
इसके साथ ही कपिल ने ये भी कहा कि वो एसीबी में सिर्फ टैंकर घोटाले की फाइल सौंपने आए थे लेकिन केजरीवाल पर जो उन्होंने आरोप लगाया है उसके लिए उन्होंने सीबीआई से टाइम मांगा है और आज दिन में कभी भी वो सीबीआई से मिल सकते हैं।
जनलोकपाल आंदोलन के गर्भ से पैदा हुई आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप लगा है। दिल्ली सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री व आप के संस्थापक सदस्य कपिल मिश्रा ने केजरीवाल पर दो करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार बम फोड़ा है। जब कपिल एसीबी के दफ्तर जा रहे थे उस वक्त उन्होंने पत्रकारों से कहा था कि मेरा, सत्येंद्र जैन और केजरीवाल तीनों का लाइ डिटेक्टर टेस्ट करा लिया जाए सारी बात साफ हो जाएगी। इससे पहले आज दिल्ली के उपराज्यपाल ने कपिल मिश्रा की शिकायत एसीबी को फॉर्वर्ड कर दी है।
मिश्रा ने कहा कि सोमवार सुबह वह एक बार फिर एसीबी के दफ्तर में जाएंगे। वहां वह मामले की शिकायत करने के साथ गवाह बनने की बात करेंगे। कपिल मिश्रा ने दावा किया कि एसीबी को वह केजरीवाल के उन दो करीबियों का नाम भी बतायेंगे, जिनकी वजह से घोटाले की जांच रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
मंत्रिमंडल से हटाये जाने के दूसरे दिन रविवार दोपहर कपिल मिश्रा राजघाट पहुंचे। महात्मा गांधी को याद करने के बाद मीडिया से बात करते हुये कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि दो दिन पहले उनकी आंखों के सामने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने केजरीवाल को दो करोड़ रुपये कैश दिये।
मिश्रा ने बताया कि उन्होंने इसके बारे में केजरीवाल से पूछा तो केजरीवाल ने जवाब देने से इनकार करते हुये नसीहत दी कि राजनीति में कुछ बातें होती हैं जो बताई नहीं जा सकतीं।
कपिल मिश्रा यही नहीं रूके। उन्होंने कहा कि सत्येंद्र जैन ने केजरीवाल के करीबी रिश्तेदार के जमीन सौदे के लिए 50 करोड़ रुपये की डील कराई थी। मिश्रा ने सत्येंद्र जैन के सभी विभागों को भ्रष्टाचार का अड्डा बताया। साथ ही कहा कि उनके मंत्रालय की सभी फाइलों को सार्वजनिक करने से पता चल जायेगा कि किस तरह जैन ने घोटाला किया है।
कपिल मिश्रा ने पैसे के लेन-देन के समय और मौके पर उनकी मौजूदगी से जुड़े सवालों पर कहा कि इसकी जानकारी उन्होंने सुबह उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात कर इस बारे में जानकारी दे दी है। इसके अलावा दूसरी जांच एजेंसियों को भी जरूरत पड़ने पर सूचित करूंगा।
कुमार विश्वास ने भी केजरीवाल का बचाव किया है। उन्होंने कहा, ‘मैं केजरीवाल को पिछले 12 सालों से जानता हूं। मैं क्या, केजरीवाल का भयानक दुश्मन भी यकीन नहीं कर सकता कि वह भ्रष्ट हो सकते हैं। केजरीवाल ने पहले भी कहा कि अगर वह भ्रष्टाचार करते हैं तो उन्हें पार्टी से निकाल देना चाहिये। अगर कपिल मिश्रा के पास कोई सबूत है तो उसे सार्वजनिक करना चाहिये। इस तरह का आरोप गलत है। जैन से कागजाद मांगे हैं। पीएसी की बैठक जब भी होगा, जाऊंगा। निजी आस्थाओं के साथ भ्रष्टाचार की लड़ाई नहीं लड़ूंगा।’
सोमनाथ भारती ने कहा कि जितना मैं जानता हूं, अरविंद जी कुछ भी हो सकते हैं, लेकिन भ्रष्टाचार से उनका गहरा बैर है। इनके पुराने साथी भी डंके की चोट पर यह बात करते हैं।
दिलीप पांडेय ने कहा कि राजनीति में अपने का सही अंदाजा होना बहुत जरूरी है। वरना दीर्घता के भ्रम में व्यक्ति आसमान से थूकने की गलती कर देता है। फिर इसका नतीजा बहुत खतनाकर होता है।
अजय माकन ने कहा है कि मंगलवार से 10 लाख जनता के हस्ताक्षर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के समर्थन में पांच दिन में कराएंगे। यूं भी ये वही पार्टी है जो राइट टू रिकॉल की बात करती है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी में भ्रष्टाचार फैला है। 14 फरवरी, 2015 जिस पार्टी की सरकार बनी उसके 6 मंत्री पर भ्रष्टाचार, फर्जी डिग्री व सेक्स सीडी प्रकरण के आरोप लगे हैं। चार मंत्री हटाए जा चुके हैं।