उत्तर प्रदेश

जान को जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक पार करते लोग

गोरखपुर: देश के तमाम रेलवे स्टेशन पर ट्रैक को पार करते समय ट्रेन की चपेट में आकर हजारो लोग मौत के शिकार हो चुके है, लेकिन इसके बाद भी लोगों ने कोई सबक नहीं लिया है। जान जोखिम में डालकर ट्रैक पार करने की लोगों की मानसिकता जस की तस है। यह नजारा दुनिया के सबसे बड़े प्लेटफार्म का दर्जा पा चुके गोरखपुर रेलवे स्टेशन का है। गोरखपुर जंक्शन होने ले कारण यहाँ ट्रेनो की आवा जहि हमेशा बनी रहती है, लेकिन इसके बाद भी स्टेशन पर डेली पैसेंजरों द्वारा ट्रैक पार करने का सिलसिला जारी रहा। यहां तक कि पढ़े-लिखे युवा इस तरह से बेखौफ ट्रैक पार करते नजर आए मानो उन्हें अपनी जिंदगी की जरा भी फिक्र न हो। कई तो ऐसे भी दिखे जो मोबाइल पर बात करते हुए ट्रैक पार कर रहे थे। वहीं कई पेरेंट्स ने खुद नियमों को ताक पर रखकर अपने बच्चों को भी यही शिक्षा दी। छोटे-छोटे बच्चों को लेकर वे आराम से ट्रैक पार करते दिखे। यात्रियों द्वारा ट्रैक पार करने की आदत पर लगाम लगाने की रेलवे पुलिस की सारी कवायद नाकाम रही।
आपको बता दे कि ट्रैक पार करने वालों के खिलाफ रेलवे ऐक्ट के मुताबिक कम से कम 500 रुपये और ज्यादा से ज्यादा 1000 रुपये जुर्माना लगाने का प्रावधान है। जुर्माना न देने की स्थिति में जेल भी हो सकती है। अगर आंकड़ों पर गौर करें, तो रेलवे हर महीने नियमों का उल्लंघन करने वाले 50 से ज्यादा लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर उनसे हजारों रुपये वसूलती है। वही रेलवे के जिम्मेदार भी मानते हैं कि करवाई के बावजूद ट्रैक पार करने वालों में कमी नहीं आई है। एक साथ सैकड़ों की संख्या में लोग ट्रैक पार करते हैं। ऐसे में इन लोगों के खिलाफ रेलवे पुलिस करवाई करने में असमर्थ हो जाती है। रेलवे पुलिस के पास इतने स्टाफ नहीं हैं कि इतने पैसेंजरों को इस अपराध के लिए पकड़कर जुर्माना लगाएं। इस दौरान तो रेलवे पुलिस महज मूकदर्शक बनकर रह जाती है।

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