नई दिल्ली। शिवसेना को स्वाभाविक सहयोगी बता कर भाजपा ने मंगलवार को संकेत दिया कि महाराष्ट्र में सरकार गठन में बिना शर्त समर्थन देने की पेशकश करने वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की जगह वह उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले दल को तरजीह दे सकती है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली ने उद्धव ठाकरे द्वारा फोन पर चुनावी सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को बधाई देने के संदर्भ में कहा यह एक संकेत है (दोनों दलों के बीच पुनः गठबंधन का)। जेटली ने एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में कहा कि हमारे पास एक साथ दो प्रस्ताव हैं। शिवसेना स्वाभाविक सहयोगी है, एनसीपी ने बिना शर्त समर्थन की घोषणा की है। महाराष्ट्र में सरकार बनाने में भाजपा और शिवसेना का सहयोगी बनना स्वाभाविक रूप घटित होने वाली बात हो सकती है, लेकिन अगर कुछ कठिनाई पैदा होती है तो आपके पास एनसीपी के रूप में बिना शर्त समर्थन की पेशकश भी मौजूद है। महाराष्ट्र मामलों के पार्टी प्रभारी ओम माथुर ने दावा किया कि विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए पार्टी के पास संख्या है लेकिन साथ ही कहा कि अगर स्वाभाविक सहयोगी वापस आता है तो खुशी होगी। माथुर ने कहा कि हम मानते हैं कि जो पार्टी वर्षों से हमारे साथ रही है एक स्वाभाविक सहयोगी के रूप में वापस लौटे। लेकिन अगर वह नहीं लौटती है तो राजनीति में सभी विकल्प खुले होते हैं। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास 122 सीट हैं जो बहुमत से 23 सीट कम है। एजेंसी