जगमोहन ठाकन, चूरू, राजस्थान
चूरू। हरियाणा के गठन के ४८ साल बाद पहली बार कोई पंजाबी , जाट लैंड के नाम से विख्यात हरियाणा में, मुख्यंत्री पद की शपथ लेगा। प्रथम नवम्बर ,१९६६ को पंजाब से अलग निकलकर हरियाणा राज्य का पृथक गठन किया गया था। पहले मुख्यमंत्री के रूप में पंडित भगवत दयाल शर्मा ने हरियाणा की बाग़ डोर संभाली थी। अब तक कुल १० व्यक्ति इस पद पर शोभित हुए हैं , जिनमे पांच जाट तथा पांच गैर जाट व्यक्ति हरियाणा के मुख्यमंत्री बने हैं। जाट वर्ग से प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में बंसी लाल ने पद संभाला था। बंसीलाल ने अलग अलग विधान सभाओं के कार्यकालों में तीन बार मुख्यमंत्री के पद की गद्दी संभाली। वे कुल ग्यारह वर्ष तक मुख्यमंत्री रहे। जाट मुख्यमंत्रियों में भारत के उप प्रधानमंत्री के पद तक पहुँचने वाले देवी लाल, उनके सुपुत्र तथा वर्तमान में अध्यापक भर्ती मामले में सजा काट रहे ओम प्रकाश चौटाला, मास्टर हुक्म सिंह एवं कांग्रेस तथा सोनिया गाँधी के सिपहसालार भूपेंदर सिंह हूडा। गैर जाट तबके से भगवत दयाल के अलावा राव बिरेंदर सिंह, बनारसी दास गुप्ता तथा दल बदल के माहिर भजन लाल। हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने वाले दसवें व्यक्ति तथा पांचवें गैर जाट मनोहर लाल खट्टर हरियाणा में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री होंगे।.खट्टर आर एस एस पृष्ठ भूमि से आये हैं। रविवार २६ अक्टूबर को पंचकुला में खट्टर का पदाभिषेक होगा, जिसमे राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी भाग लेंगी।