विराट कोहली ने हमें किसी को कुछ साबित नहीं करना है
मुंबई। उपमहाद्वीप से बाहर टेस्ट जीतना भारतीय टीम की दुखती रग रहा है लेकिन कप्तान विराट कोहली ने साफ तौर पर कहा है कि पांच जनवरी से शुरू हो रहे दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टीम को किसी को कुछ साबित नहीं करना है. भारत ने पिछले 25 साल में दक्षिण अफ्रीका में एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है जिसकी शुरुआत 1992 से हुई. कोहली ने टीम की रवानगी से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने विदेश दौरे और लोगों को कुछ साबित करने के तमाम मानसिक तनावों से पार पा लिया है. हमें किसी को कुछ साबित नहीं करना है और हमारा काम वहां जाकर अपना शत प्रतिशत देना है ताकि मनचाहे नतीजे मिल सकें.
कप्तान ने कहा कि सभी को यथार्थवादी होना चाहिए कि कई बार टीम जीतेगी और कई बार नहीं. उन्होंने कहा कि हमें यथार्थवादी होना पड़ेगा. वर्तमान में जीते हुए अपनी रणनीति पर अमल करना होगा. हम वहां क्रिकेट खेलने जा रहे हैं और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि दक्षिण अफ्रीका में हैं, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड या भारत में. दक्षिण अफ्रीका की उछाल भरी पिचों पर भारत ने सिर्फ दो टेस्ट जीते हैं. सबसे अच्छा नतीजा 2010-11 में मिला था जब भारत ने 1-1 से ड्रा खेला था.
कोहली ने कहा कि यह इस पर निर्भर करता है कि बतौर बल्लेबाज आप किस मानसिकता से खेलते हैं. भारतीय हालात में भी कठिनाई हो सकती है. क्रिकेट बल्ले और गेंद से खेला जाता है और यदि आप मानसिक रूप से वहां नहीं हैं तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि किन हालात में खेल रहे हैं.
कोहली ने कहा कि आपको चुनौतियों का मानसिक रूप से सामना करना पड़ेगा और फिर हर हालात घरेलू हालात जैसे लगेंगे.अगर आप जहां खेल रहे हैं, वहां के अनुकूल खुद को ढाल लेते हैं तो सहज महसूस करने लगेंगे. लोगों और संस्कृति को अपनाकर बेहतर लगने लगेगा. जोहानिसबर्ग में 2013-14 के दौरे पर कोहली ने शतक जड़ा था और इसका श्रेय वह चुनौती का सामना करने के जीवट को देते हैं.
उन्होंने कहा कि मैने दक्षिण अफ्रीका में एक ही बार टेस्ट क्रिकेट खेला था लेकिन मुझे इसका इंतजार है. चेतेश्वर पुजारा ने भी वहां खेला है और अजिंक्य रहाणे ने भी. हमने अच्छा प्रदर्शन किया क्योंकि हम चुनौती का सामना करने को लेकर रोमांचित थे. उन्होंने स्वीकार किया कि उपमहाद्वीप के बाहर पिछले कुछ अर्से में वे ज्यादा नहीं खेल सके हैं लेकिन मौजूदा खिलाड़ियों को अच्छे प्रदर्शन का यकीन है.
उन्होंने कहा कि हर दौरा एक मौका होता है. अगर आप उन टीमों को देखें जो अतीत में दक्षिण अफ्रीका गई हैं तो आप भारतीय क्रिकेट के कुछ बड़े नामों की बात करेंगे. ऐसा नहीं है कि वह मौका नहीं था. आपको श्रृंखला जीतने के लिए लंबे समय में अच्छा खेलना होता है और हम यही करने जा रहे हैं.