29 अप्रैल को केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद अगले दिन यानी 30 अप्रैल को श्रीबदरीनाथ धाम के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुल जाएंगे।
30 अप्रैल को तड़के 4 बजकर 30 मिनट पर धाम के कपाट खुलेंगे। दिल्ली के एक तीर्थयात्री की ओर से बदरीनाथ में फूलों की सजावट की जा रही है। धाम को 20 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया जा रहा है।
बदरीनाथ तक पहुंच मार्ग इस बार तीर्थयात्रियों के लिए सुगम बन गया है। बदरीनाथ हाईवे पर लामबगड़ भूस्खलन जोन को छोड़कर अन्य जगहों पर हाईवे पूरी तरह से सुरक्षित है। भूस्खलन क्षेत्र मैठाणा, पर्थाडीप, गुलाबकोटी, हाथी पर्वत, गोविंदघाट में हाईवे पर ऑलवेदर रोड का कार्य चल रहा है।
इन जगहों पर हाईवे का चौड़ीकरण कार्य तो पूरा हो गया है, लेकिन एनएचआईडीसीएल (राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम) की ओर से हाईवे का समतलीकरण किया जा रहा है। भूस्खलन क्षेत्र बैनाकुली में हाईवे चौड़ीकरण और डामरीकरण का कार्य पूर्ण हो गया है। चमोली से पीपलकोटी के मध्य हाईवे पर इन दिनों डामरीकरण का कार्य चल रहा है।
बदरीनाथ धाम में 15 हजार यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था
बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह का कहना है कि बदरीनाथ धाम में यात्री सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। धाम में असहाय और निर्धन तीर्थयात्रियों को खाने और रहने की मुफ्त सुविधा मिलेगी। धाम में 15000 तीर्थयात्रियों को ठहरने की व्यवस्था है।
अभी तक करीब चार हजार तीर्थयात्रियों की ओर से बदरीनाथ में पूजा की एडवांस बुकिंग प्राप्त हो गई हैं। बदरीनाथ के दर्शनों के लिए टोकन की सुविधा भी की गई है। इस बार तीर्थयात्रियों को प्रसाद के रुप में चौलाई के लड्डू दिए जाएंगे। धाम में यात्री गढ़वाली व्यंजनों का स्वाद भी ले सकेंगे।
700 तीर्थयात्री पहुंचे बदरीनाथ
अखंड ज्योति के दर्शनों को शनिवार शाम तक 700 तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम पहुंच चुके हैं। तीर्थयात्री बदरीनाथ के सिंहद्वार पर विष्णु सहस्रनाम का पाठ कर रहे हैं। साधु-संतों का रैला भी धाम में उमड़ने लगा है। साधु-संत छह माह तक धाम में तपस्यारत रहते हैं।
शासन-प्रशासन और श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की यात्रा तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। नारायण भगवान के दरवार में अब बस तीर्थयात्रियों का इंतजार है। बदरीनाथ धाम में ऊंची चोटियों पर बर्फ की चादर और पर्वतों की तलहटी में दूर-दूर तक फैले बुग्याल मन को सुकून पहुंचा रहे हैं। इन दिनों बदरीनाथ में पल-पल में मौसम बदल रहा है। सुबह चटख धूप से दिन की शुरुआत हो रही है, लेकिन दोपहर बाद आसमान में बादल घिर रहे हैं। जिससे ठंड का प्रकोप बढ़ गया है।