पुलिस ने बताया कि कमरे में से एक से हाथों से लिखा हुआ 2007 का एक रजिस्टर मिला है। अपराध शाखा के अधिकारियों के अनुसार रजिस्टर में जिस तरह की बातें लिखी हुई है उससे लग रहा है कि ललित व उसकी पत्नी टीना ने ही सभी लोगों की जान ली है। बड़ पूजा केबहाने जान ले ली। पुलिस को मिले तीसरे रजिस्टर में ललित ने लिखा हुआ है कि उसकेमन में धारणा आती थी कि घर केकाम क्यों नहीं हो रहे हैं। काम में रूकावट आ रही हैं।
परिवार के सदस्यों को कहता था कि घर में ईश्वरी सहायता आ रही है। मन में झांक कर देखों। में बाधित हूं कि कामों में बाधा क्यों आ रही है। ईश्वरी शक्ति घर में है मगर परिवार के लोग बाहर जाते हैं। ज्ञान ही ईश्वरी सहायता मिलेगी। घर के लोग प्रायश्यित नहीं करते। घर में इतनी ईश्वरी शक्ति है कि पुरानी दुकान नहीं हो जाएगी।
परिवार के लोग लापरवाही करते हैं। इस कारण बड़ पूजा करनी पड़ेगी। बड़ पूजा की जानकारी ललित व टीना को थी। रजिस्टर में साफ लिखा हुआ है कि पीड़ित परिवार दूसरे धर्म व विचारधार से सख्त नफरत करते थे। पूरा परिवार हनुमान को बहुत मानता था। पूरा परिवार दिन में तीन बार सुबह आठ बजे, दोपहर 12 बजे और 10 बजे हनुमान चालीसा पढ़ता था।
घर में शिव व दुर्गा की मूर्ति भी मिली हैं। पीड़ित परिवार का घर एक आम हिंदू परिवार की तरह है। अपराध शाखा अधिकारियों के अनुसार पीड़ित परिवार केबारे में व खुदकुशी करने का राज रजिस्टर से ही खुल रहा हैऔर रजिस्टर ही एक जरिया है।