अंकलेश्वर जीाअाईडीसी कीशादीशुदा के गुम होने के मामले में कामरेज पीएसआई (पुलिस सब इंस्पेक्टर) के खिलाफ अदालत में शिकायत की गई थी। बाद में कामरेज पुलिस थानेे में पीएसआई के खिलाफ नॉन काग्नीजेबल एफआईआर भी लिखी गई। आखिर में सूरत जिले के पुलिस अधीक्षक ने पीएसआई समीर परमार को सस्पेंड कर दिया।
बेटे से कहकर घर से निकली थी महिला
मूल पश्चिम बंगाल निवासी और अंकलेश्वर जीआईडीसी कावेरी अपार्टमेंट में रहने वाले देवदास जीतेन राय विश्वास की पत्नी चंदा 29 अक्टूबर 2017 को अपने बेटे राज से यह कहकर शाम को निकल गई थी अब मैं वापस घर नहीं आऊंगी। इस पर पति देवदास विश्वास ने अंकलेश्वर जीआईडीसी पुलिस थाने में 30 अक्टूबर 2017 को रिपोर्ट लिखवाई कि उसकी पत्नी गुम हो गई है। इस पर पुलिस ने चंदा विश्वास की खोजबीन शुरू की। इसके बाद 11 नवम्बर 2017 को चंदा विश्वास स्वयं पुलिस थाने पहुंची और लिखित में अपना जवाब दिया।
देवदास विश्वास द्वारा बताया गया कि जीआईडीसी पुलिस ने उसे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इस पर देवदास ने अंकलेश्वर के ज्युडिशियल मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पीएसआई और पत्नी की तस्वीरें पेश की। कोर्ट ने 40 दिन के भीतर पुलिस जांच की रिपोर्ट मांगी थी। इस आदेश में कामरेज पुलिस थाने के समीर परमार के खिलाफ एफआईआर लिखने के लिए कहा।
11 नवम्बर 2017 को जीआईडीसी पुलिस थाने में विवाहिता चंदा जवाब लिखवाने आई, तब उसके साथ समीर परमार भी आया था। जब चंदा जाने लगी, तो समीर उसका हाथ पकड़कर पुलिस थाने से ले गया था। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने समीर परमार की हरकतों को ध्यान में रखकर उसे तत्काल सस्पेंड करने का आदेश दिया।
जब समीर परमार भरुच के वालिया में ड्यूटी पर था, उसी समय यह दम्पति नर्मदा जिले के देडियापाडा में रहते थे। इस दौरान चंदा और समीर परमार एक-दूसरे के परिचय में आए थे। परिचय की यह दूरी कब प्यार में सिमट गई, इसका पता उन्हें भी नहीं चला। दोनों जब प्यार में डूबे थे, तब पति को शक हो गया कि मामला गड़बड है। जब पत्नी चंदा घर से चली गई, तब भी वह उसकी राह देखता रहा।
विवाहिता ने दिया बयान
चंदा ने पुलिस थाने पहुंचकर यह बयान दिया कि उसने अपनी मर्जी से अपने घर को छोड़ा है। वह अब अपने पति और बेटे के साथ नहीं रहना चाहती। बहरहाल वह अपनी किसी सहेली के यहां रह रही है। चंदा ने अपनी मर्जी से घर छोड़ने वाला बयान बार-बार दिया। इससे पुलिस ने उसे नारी संरक्षण गृह में भेज दिया। वहां से भी चंदा चली गई।