एक और धोखाधड़ी : हैदराबाद की वीएमसी सिस्टम्स पर 1,700 करोड़ रु की बैंक धोखाधड़ी का केस दर्ज
हैदराबाद : टेलीकॉम उपकरण निर्माता कंपनी वीएमसी सिस्टम्स के खिलाफ सीबीआई ने 1,700 करोड़ रुपए की बैंक धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की शिकायत पर वीएमसी और इसके प्रमोटर्स पर गुरुवार को यह कार्रवाई की गई। इन पर आपराधिक, धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के आरोप हैं।
कंपनी के प्रमोटर वुप्पलापति हिमा बिन्दु, वुप्पलापति वेंकट रामा राव और भागवतुला वेंकट रमन्ना पर केस दर्ज हुआ है। सीबीआई ने कंपनी के निदेशकों के हैदराबाद स्थित ऑफिस और घरों पर तलाशी भी ली। बैंकों के कंसोर्शियम ने वीएनसी को लोन दिया था। इस पर 539 करोड़ रुपए पीएनबी के जबकि 1,207 करोड़ एसबीआई, कॉरपोरेशन बैंक, आंध्रा बैंक और जेएम फाइनेंशियल असेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी के बकाया हैं। वीएमसी ने 12 अगस्त 2009 को 1,010.50 करोड़ रुपए की वर्किंग कैपिटल क्रेडिट फैसिलिटी ली थी। लेकिन, इसने रकम का इस्तेमाल किसी और काम में किया। शिकायत के मुताबिक वीएमसी ने कंसोर्शियम की इजाजत के बिना 43.83 करोड़ रुपए दूसरे खाते में ट्रांसफर किए। एक अप्रैल 2013 से 30 अप्रैल 2014 के बीच यह हेर-फेर किया गया। कंपनी ने बाद में कह दिया कि वह कर्ज नहीं चुका सकती। क्योंकि, बीएसएनल पर उसके 262 करोड़ रुपए बकाया हैं। लेकिन, बैंकों को पता चला कि सिर्फ 33.09 करोड़ रुपए का भुगतान बाकी है। वीएमसी ने आईटीआई लिमिटेड, न्यूट्रिनो पावर सिस्टम और वीपी सिस्टम्स पर 352.99 करोड़ रुपए बकाया होने की जानकारी दी। लेकिन, जब एसबीआई ने इन कंपनियों से बात की तो उन्होंने इनकार कर दिया।