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मयंक का पाइलट बनने के सपने से मेलबर्न में टीम इंडिया में डेब्यू तक का सफर

मेलबर्न टेस्ट से टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले क्रिकेटर मयंक अग्रवाल ने पाइलट बनने का सपना देखा था लेकिन कर्नाटक के लिए क्रिकेट खेलते खेलते वो क्रिकेटर ही बन गए। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वो कभी इंडिया के लिए खेलेंगे। केवल एक टेस्ट खेल कर उन्होंने सबका भरोसा जीत लिया है। उन्होंने डेब्यू मैच में 76 रन बनाए थे। उसके बाद सिडनी टेस्ट की पहली पारी में भी उन्होंने 77 रन बनाए हैं।मयंक का पाइलट बनने के सपने से मेलबर्न में टीम इंडिया में डेब्यू तक का सफर

BCCI को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि बचपन में उनको एरोप्लेन काफी पसंद थे, इसलिए वो साइंस पढ़ कर पाइलट बनना चाहते थे। उन्होंने उन्होंने कर्नाटक के लिए क्रिकेट खेला और फिर जाना कि वो क्रिकेट भी खेल सकते हैं। उनके पैरेंट्स काफी सपोर्टिव रहे हैं, उन्होंने कहा कि जो पसंद है वो करो लेकिन अगर वो चीज फेल हो जाए तो ऑप्शन भी तैयार रखो। उन्होंने 11वीं और 12वीं क्लास में कॉमर्स की पढ़ाई की ताकि उनको क्रिकेट खेलने के लिए ज्यादा वक्त मिले और पढ़ाई भी ज्यादा कठिन न लगे। लेकिन ओपन स्कूल में वो साइंस भी पढ़ते थे।

आज सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए टेस्ट के दूसरे दिन भारत ने अपनी पहली पारी डिक्लेयर कर दी थी। भारतीय टीम ने आज 622/7 का स्कोर खड़ा कर पारी घोषित करने का निर्णय लिया। बता दें कि ऐसा भारत ने रविंद्र जडेजा के आउट होते ही कर दिया था। आज भारतीय टीम के 2 खिलाड़ियों ने 150 रनों से ज्यादा रन बनाए।

चेतेश्वर पुजारा ने सबसे ज्यादा रन 193 बनाए और ऋषभ पंत ने नाबाद 159 रन बनाए। पुजारा को नाथन लायन ने आउट किया। उसके बाद दो खिलाड़ियों ने अर्धशतक जड़ा। ओपनर मयंक अग्रवाल और रविंद्र जडेजा ने शानदार अर्धशतक बनाया। मयंक ने 77 रन बनाए और नाथन लायन के हाथों कैच आउट हुए और जडेजा भी नाथन की गेंद पर बोल्ड हुए। हनुमा विहारी आज अर्धशतक से चूक गए। उन्होंने 42 रन बनाए और उनको भी नाथन लायन ने कैच आउट किया।

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