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आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में ब्रिटेन भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर रहेगा खड़ा : बोरिस जॉनसन

ब्रिटेन के पूर्व विदेश मंत्री, मशहूर पत्रकार और इतिहासकार बोरिस जॉनसन ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में भारत-ब्रिटेन के रिश्तों पर बात की. उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री बनने की रेस में नहीं हैं।

नई दिल्ली : इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2019 के दूसरे दिन की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय स्पीकर के साथ हुई। ब्रिटेन के पूर्व विदेश मंत्री और ब्रेक्जिट के समर्थक बोरिस जॉनसन ने कॉन्क्लेव में कई मुद्दों पर बात की, उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में ब्रिटेन भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने कहा कि पुलवामा में जो भी हुआ उसको लेकर भी ब्रिटेन भारत के साथ खड़ा है। जोनसन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वह उस बात से सहमत हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत-पाकिस्तान को एक साथ गरीबी के खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से काफी प्रभावित हैं। पाकिस्तान की धरती पर पनप रहे आतंकवाद के सवाल पर बोरिस जॉनसन ने कहा कि हमारे पाकिस्तान से अच्छे रिश्ते हैं। लेकिन इसमें कोई शक नहीं है कि पाकिस्तान का डीप स्टेट आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। इसलिए मेरा मानना है कि हमें पाकिस्तान को दिए जाने वाले अपने एड बजट के बारे में सोचना चाहिए। वहीं मेरा यह भी मानना है कि फाइटर पायलट को भारत वापस भेजने का इमरान का कदम सराहनीय है। उन्हें आतंक के ढांचे को खत्म करने की दिशा में काम करना चाहिए।

ब्रिटेन के पूर्व विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि मेरा मानना है कि ब्रेक्जिट के बाद ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। लेकिन मैं चिंतित भी हूं कि कहीं हम ये अवसर खो न दें, ब्रिटिश डिजाइन की बाइक भारत में बन रही है। ब्रिटिश कंपनी जेसीबी का उत्पादन भारत में हो रहा है। तो वहीं भारत के लैंड रोवर का उत्पादन ब्रिटेन में हो रहा है। अब इन उत्पादों को कहां का कहा जाएगा? उन्होंने ये भी कहा कि भारत की इनफिल्ड ब्रिटेन में काफी फेमस है, तो वहीं हमारे लिए भांगड़ा भी काफी जरूरी है जो दोनों देशों को जोड़ता है। बोरिस जॉनसन ने यूरोपियन यूनियन से ब्रिटेन के बाहर आने के फैसले पर कहा कि जब उन्होंने ब्रेक्जिट की बात की तो लोग उनकी तुलना रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से करने लगे थे।

लेकिन वो कहना चाहेंगे यूरोपियन यूनियन में एक लॉबी काम करती है जो इनोवेशन दबाने का काम करते हैं। लेकिन ब्रेक्जिट के फैसले के बाद हम कुछ अलग करने की सोच सकते हैं, कुछ अलग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता हम ब्रेक्जिट के बाद की लड़ाई हार रहे हैं। लेकिन जब तक आप अपनी नीतियों को नियंत्रित कर स्वतंत्र होकर फैसला नहीं लेंगे इसका लाभ नहीं मिलेगा। हमें अब इस दिशा में काम करना की जरूरत है, क्योंकि वक्त तेजी से गुजर रहा है। आपको बता दें कि इंडिया टुडे कॉन्क्लेव का आज दूसरा दिन दिन है, आज के मुख्य वक्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। कॉन्क्लेव के पहले दिन भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह समेत कई बड़ी हस्तियां शामिल हुई थीं।

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