ज्ञान भंडार

35 दिनों में 17 मौत, प्रदेश में बढ़ा स्वाइन फ्लू का खौफ

swine1_1445320280दस्तक टाइम्स/एजेंसी- राजस्थान : जयपुर। राज्य में डेंगू मलेरिया थमने का नाम नहीं ले रहा। इसी बीच स्वाइन फ्लू ने भी दस्तक दे दी है। अक्सर सर्दियों में होने वाले रोग ने सर्दी आने से पहले अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। महज 30-35 दिनों के बीच स्वाइन फ्लू से राज्य में 17 लोगों की मौत हो गई है। इन मौतों के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। उसने स्वाइन फ्लू के निगरानी के कड़े निर्देश दिए हैं।
 
अभी तक हो चुकी हैं 17 मौतें 
राज्य में सितंबर 11 से अक्टूबर 16 तक करीब 17 लोगों की स्वाइन फ्लू से मौत हो चुकी है। इसी अवधि में 63 लोग स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाए गए हैं। एडिशनल डायरेक्टर रूरल हेल्थ ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को इस बाबत कड़े निर्देश दिए हैं।
 
सर्वे कराया, सात दिन बाद फिर होगा सर्वे
 
स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाए जाने वाले लोगों के आस-पास के करीब 50 घरों का सर्वे कराया था। फिर सात दिन बाद उन्हीं घरों का एक बार फिर सर्वे कराया जाएगा। इससे विभाग को शुरुआती दौर में ही इस बीमारी के बारे में पता चल सकेगा।
 
जयपुर में स्वाइन फ्लू से 3 मौतें
 
स्वाइन फ्लू से जयपुर में अभी तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीमारी ने कोटा में चार लोगों की जान ले ली है। पहले स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पेशेंट जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल या सरकार के दूसरे मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिए जाते थे। अब हेल्थ डिपार्टमेंट दूसरी व्यवस्थाओं में लगा है।
 
इसके तहत स्वाइन फ्लू पेशेंट का इलाज सेटेलाइट और जिला अस्पतालों में भी संभव हो सकेगा। इसके तहत 53 डॉक्टर्स को ट्रेनिंग दी गई है। इस खास ट्रेनिंग में ये बताया गया है कि जो स्वाइन फ्लू के पेशेंट वेंटिलेटर पर हैं उनकी देखभाल कैसे हो सकती है।
 
स्वाइन फ्लू अभी क्यों
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर रमन शर्मा ने बताया कि यह वायरस अक्टूबर से सक्रिय होना शुरू हो जाता है। ये सर्दियों में ज्यादा सक्रिय रहता है। इसका असर मार्च महीने तक रहता है।

 

Related Articles

Back to top button