नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने आज दावा किया कि सवाल उठाने वाले संगठनों के खिलाफ कार्रवाई का प्रचलन उनकी पार्टी ने ही शुरू किया था। इस मामले में हम केवल भाजपा को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते।
दीक्षित ने कहा, ‘एफसीआरए कानून हम लेकर आए। एफसीआरए को संगठनों के लिए ज्यादा से ज्यादा कठिन क्यों बना दिया गया जो सरकार से सवाल करते हैं। आज हम कहते हैं कि राजग सरकार सवाल करने की अनुमति नहीं देती। इस प्रचलन को कांग्रेस ने ही तो शुरू किया। ग्रीनपीस के खिलाफ कार्रवाई के लिए हम केवल भाजपा को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते।’
इन टिप्पणियों को तरजीह नहीं देने का प्रयास करते हुए खुर्शीद ने दीक्षित को इशारा किया कि ‘दोपहर के भोजन पर चिदंबरम’ से बात करें। पूर्व वित्त मंत्री भी श्रोताओं के बीच मौजूद थे। इस पर दीक्षित ने खुर्शीद को जवाब दिया, ‘श्रीमान्, मुझे खेद है लेकिन आपके जवाब से मुझे अपने सवाल का जवाब मिल गया।’ पूर्वी दिल्ली के पूर्व सांसद दीक्षित ने पर्यावरण के मुद्दे पर कहा कि विकास के बुरे प्रभाव से प्रकृति को बचाने के लिए बड़े कानून लाने के बावजूद कांग्रेस पर्यावरण संरक्षण और विकास के बीच विरोधाभास का समाधान नहीं कर सकी।
उन्होंने कहा, ‘क्या वे कार्य गलत थे या कोई मुद्दा था जिसका हम समाधान नहीं कर सके? ऐसा क्यों है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को एक पंक्ति पर बयान देने के लिए बाध्य किया गया? आप प्रधानमंत्री हैं? आप सरकार हैं, अगर आपको लगता है कि पर्यावरण कानून गलत है तो उन्हें बदल दीजिए।’ उन्होंने कहा, ‘अगर आपको लगता है कि विकास पर्यावरण विरोधी है तो हमें विश्वास दिलाइए कि यह ऐसा है।’