पर्यटन उद्योग को लील गया कोरोना, मई में सबसे कम विदेशी टूरिस्टों का हुआ आगमन
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी ने दुनियाभर के उद्योगों और व्यवसाय को प्रभावित किया है, इसमें सबसे बड़ा झटका पर्यटन क्षेत्र को लगा है। भारत की जीडीपी में टूरिज्म का बड़ा योगदान है लेकिन कोरोना संकट में इस व्यवसाय को भारी नुकसान हुआ, जिसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिला। कोविड-19 की दूसरी लहर के चलते पिछले वर्ष इसी अवधि की तुलना में मई 2021 तक देश में एक लाख से भी कम पर्यटक पहुंचे।
यह आंकड़ें सरकारी डेटा से लिए गए हैं। टूरिज्म उद्योग को लगे झटके का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले साल जनवरी से मई के बीच देश में 24.72 लाख पर्यटक आए वहीं, इस साल समान अवधि में सिर्फ लगभग 3.89 लाख विदेशी पर्यटकों ने देश का दौरा किया, इनमें से एक लाख से अधिक पर्यटक मार्च महिने में आए। कोरोना की वजह से टूरिज्म क्षेत्र को लगे इस झटके की वजह से लाखों लोगों को अपनी नौकरियों से भी हाथ धोना पड़ा।
मसूरी-नैनीताल से लौटाई गईं 8,000 टूरिस्ट गाड़ियां, हिल स्टेशन पर जाने का है प्लान तो इसे पढ़ लीजिए सीएनएन-न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक 2018 और 2019 के पहले पांच महीनों में विदेशी पर्यटकों के आगमन (एफटीए) में 2% की उछाल आया, लेकिन 2019 और 2020 के बीच इसी अवधि में 46% की गिरावट आई है। मई 2020 और 2021 के बीच अधिकतम गिरावट 84 फीसदी रही। हालांकि 2020 के बाद के महीनों में विदेशी पर्यटकों का आगमन धीरे-धीरे बढ़ने लगा था। पिछले साल नवंबर में करीब 70,977 और दिसंबर में 90,544 टूरिस्ट आए।
अप्रैल 2021 में एफटीए (फॉरेन टूरिस्ट अराइवल) घटकर 69,442 हो गया और इस साल मई में यह काफी कम होकर 13,307 हो गया। इसका असर विदेशी मुद्रा आय (एफईई) पर भी पड़ा, रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी से दिसंबर 2020 के बीच एफईई में प्रतिशत परिवर्तन 2019 की इसी अवधि की तुलना में 76.3 फीसदी कम था।