नई दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली में हवा के लगातार गिरते स्तर के चलते सभी स्कूल अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिए गए है जबकि ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेगी। शिक्षा निदेशालय (डीओई) द्वारा रविवार को इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं। दिल्ली में वायु गुणवत्ता आज भी ‘बेहद खराब’ बनी हुई है। हालांकि, दिन में तेज हवाएं चलने से प्रदूषण के स्तर में कुछ कमी आने की संभावना है। राजधानी में रविवार सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 382 रहा, जोकि शनिवार को 374 था।
जानकारी के अनुसार, डीओई ने रविवार को कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के मद्देनजर सभी स्कूल अगले आदेश तक फिजिकल क्लासों के लिए बंद रहेंगे। एडिशनल एजुकेशन डायरेक्टर रीता शर्मा ने कहा कि पर्यावरण विभाग ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के अगले आदेश आने तक दिल्ली के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को तत्काल प्रभाव से बंद करने के निर्देश दिए हैं, इसलिए अगले आदेश तक सभी स्कूल बंद रहेंगे।
अधिकारी ने कहा कि ऑनलाइन कक्षाएं और बोर्ड कक्षाओं के लिए परीक्षाएं पूर्व में जारी दिशानिर्देशों के अनुरूप ही संचालित होंगी। गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने खराब वायु गुणवत्ता के मद्देनजर 13 नवंबर को सभी स्कूलों और शिक्षण संस्थानों को बंद करने के आदेश जारी किए थे।
बीते सप्ताह दिल्ली में वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंचने और सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद हरकत में आई केजरीवाल सरकार ने 1 सप्ताह के लिए सभी स्कूल बंद कर दिए थे और सभी सरकारी कार्यालयों में 1 सप्ताह के लिए वर्क फ्राम होम लागू करने के आदेश दिए थे। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बीते रविवार को कहा था कि वायु प्रदूषण से निपटने को सरकार द्वारा घोषित आपात कदमों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अधिसूचना के तहत सभी स्कूल, लाइब्रेरी और शिक्षण संस्थान 20 नवंबर तक बंद रहेंगे, सिर्फ वहीं खुलेंगे जहां परीक्षाएं चल रही हैं।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय अत्यधिक प्रदूषण को काबू करने के लिए दिल्ली लगाए गए प्रतिबंधों की समीक्षा के लिए सोमवार 22 नवंबर को वरिष्ठ अधिकारियों की एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। एक अधिकारी ने कहा कि बैठक रविवार को समाप्त होने वाले प्रतिबंधों की समीक्षा के लिए बुलाई गई है। इस बैठक में सभी संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल होंगे। दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को काबू करने के लिए बुधवार को 10 निर्देश जारी किए थे, जिनके तहत शहर में अनावश्यक सामग्रियां लाने वाले ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया था और अगले आदेश तक सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया था।
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए बीते सोमवार को 10 दिशानिर्देश जारी किए थे जिनमें गैर आवश्यक सामान वाले ट्रकों के प्रवेश पर रोक, स्कूल तथा कॉलेज बंद करने, 21 नवंबर तक निर्माण और इमारतों को गिराने संबंधी कार्यों पर रोक आदि कदम शामिल हैं। इसके साथ ही सरकार ने रविवार तक अपने कर्मियों को घर से काम करने का आदेश दिया था। गोपाल राय ने कहा था कि सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को मजबूत करने के लिए 1,000 निजी सीएनजी वाहनों की सेवा ली जाएगी।