धर्म नहीं ‘मजहब’, उदयपुर हत्याकांड पर गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी को दी सलाह
नई दिल्ली : उदयपुर हत्याकांड पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रतिक्रिया से भारतीय जनता पार्टी के नेता संतुष्ट नहीं हैं। कैबिनेट मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट के जरिए राहुल को सलाह दी है। मंगलवार को दो हमलावरों ने उदयपुर के एक टेलर की दुकान में निर्मम हत्या कर दी थी। उन्होंने इस घटना का वीडियो भी रिकॉर्ड किया। खबर है कि भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट के चलते हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। बिहार के बेगूसराय से सांसद और भारतीय जनता पार्टी के नेता गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी को ‘धर्म’ के बजाए ‘मजहब’ कहने की सलाह दी है। दरअसल, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने ट्वीट किया था, ‘उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं। धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इस हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को तुरंत सख्त सजा मिले। हम सभी को साथ मिलकर नफरत को हराना है। मेरी सभी से अपील है, कृपया शांति और भाईचारा बनाए रखें।’
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘उदयपर में हुई क्रूर हत्या निंदनीय है। ऐसी हत्या को कोई डिफ़ेंड नहीं कर सकता। हमारी पार्टी का मुसलसल स्टैंड यही है के किसी को भी क़ानून को अपने हाथों में लेने का हक़ नहीं है। हमने हमेशा हिंसा का विरोध किया है।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘हमारी सरकार से मांग है के वो मुजरिमों के ख़िलाफ सख्त से सख्त एक्शन लें। विधि शासन को क़ायम रखना होगा।’ दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने लिखा, ‘उदयपुर की वारदात बेहद भयावह और वीभत्स है। ऐसे नृशंस कृत्य की सभ्य समाज में कोई जगह नहीं है। हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। इस वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों को कड़ी सज़ा दी जाए।’ वहीं, पार्टी के नेता संजय सिंह ने आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस घटना को समाज के लिए घातक बताया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘उदयपुर में घटी हिंसक घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। धर्म के नाम पर नफरत, घृणा व हिंसा फैलाने वाले मंसूबे हमारे देश व समाज के लिए घातक हैं। हमें मिलकर शांति व अहिंसा के प्रयासों को मजबूत करना होगा।’
फिलहाल, घटना में शामिल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। राज्य सरकार ने इस घटना की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया है। वहीं, सुरक्षा के मद्देनजर पूरे राजस्थान में एक महीने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि घटना में शामिल आरोपी रियाज अत्तारी के तार ISIS से जुड़े हो सकते हैं।