इस शूटर से खौफ खाती है पुलिस, कोर्ट ले जाने से किया मना
सिपाहियों द्वारा बताई गईं उसकी करतूतों को संज्ञान लेते हुए सोनभद्र जिला प्रशासन ने अविनाश की पेशी अब वीडियो कांफ्रेंसिंग से कराए जाने पर विचार चल रहा है। इसके लिए यहां से पत्राचार भी किया गया है। हालांकि अभी इस पर निर्णय नहीं हुआ। मगर माना जा रहा है कि अब अविनाश की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग से होना तय हो जाएगा।
मूल रूप से बिहार के आरा जनपद के गांव सलेमपुर निवासी अविनाश यादव सोनभद्र की अनपरा विद्युत परियोजना में रहता है। वहां राख सप्लाई की ठेकेदारी से जुड़े धंधे में कुछ साल पहले उसने हत्या की, जिसमें वह जेल गया।
इसके बाद जेल से उस पर हत्या कराने और रंगदारी वसूली के कई मुकदमे दर्ज हुए। जेल में रहते उसने जो अपराध कराए, उसके चलते गैंगवार की नीव रखी जाने लगी। इस पर उसे मिर्जापुर से नैनी जेल भेजा गया। मगर 22 जनवरी को नैनी से अलीगढ़ शिफ्ट कर दिया गया।
पुलिस सूत्रों की मानें तो अपने इलाके में पहुंचते ही उसने अपने साथ गए पुलिसकर्मियों को डराना-धमकाना शुरू कर दिया। उसकी डिमांड थी कि रात को उसे होटल में रुकवाया जाए। कथित पत्नी से मुलाकात कराई जाए।
बात न मानने पर उसने पुलिस टीम पर छेड़खानी आदि का झूठा मुकदमा दर्ज कराने तक की धमकी दी और डरा-धमकाकर रायफलें तक रखवा लीं। यहां लौटने के बाद पुलिस टीम ने यह रिपोर्ट अपने अधिकारियों को दी। साथ में भविष्य में उसके साथ जाने से भी मना कर दिया।
इस प्रकरण के मद्देनजर स्थानीय स्तर से डीएम सोनभद्र को पत्राचार के माध्यम से अवगत कराया गया और कहा गया है कि इस तरह के अपराधी की वीडियो कांफ्रेंसिंग से अदालत में पेशी कराई जाए।
-जे रविंदर गौड़, एसएसपी
वैसे तो समय-समय पर अलीगढ़ जेल में पूर्वांचल के कई बड़े अपराधी रहे हैं, जिनमें अभय सिंह से लेकर मुन्ना बजरंगी तक का नाम शामिल है। मुन्ना बजरंगी के बाद अविनाश पूर्वांचल से यहां शिफ्ट किया गया है, जिसे कड़ी निगरानी में रखा जाता है। रहता वह सामान्य बंदियों के बीच है। मगर दो नंबरदार उस पर हर समय नजर रखते हैं। उसकी मुलाकात भी बिना आईडी प्रूफ के नहीं कराई जा रही।