दुनिया में भारत बना तीसरा सबसे बड़ा घरेलू एयरलाइन बाजार
नई दिल्ली: पिछले दशक में विमानन क्षेत्र में मजबूत वृद्धि के कारण भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू एयरलाइन बाजार बन गया है, जो 10 साल पहले 5वें स्थान पर था। रिपोर्ट के मुताबिक दस साल पहले भारत लगभग 80 लाख सीटों के साथ सबसे छोटा बाजार था, उसके बाद इंडोनेशिया चौथे और ब्राजील तीसरे स्थान पर था, और अमरीका और चीन शीर्ष दो स्थानों पर थे।
अमरीका और चीन सबसे आगे
आज अमरीका और चीन सबसे बड़े घरेलू विमानन बाजार बने हुए हैं। ओ.ए.जी. डाटा के अनुसार हालांकि भारत अप्रैल 2024 में 1.56 करोड़ सीटों की एयरलाइन क्षमता के साथ ब्राजील और इंडोनेशियाई घरेलू बाजारों को पीछे छोड़ते हुए तीसरा सबसे बड़ा घरेलू बाजार बन गया है। भारत की सीटों की क्षमता वृद्धि दर 10 साल के औसत से सबसे अधिक है, जो सालाना 6.9 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन पांच घरेलू बाजारों पर विचार किया, उनमें भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाला बाजार है। आंकड़ों के अनुसार, चीन 2014 से 2024 के बीच 6.3 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ बहुत पीछे था, और अमरीका और इंडोनेशिया में बहुत कम वृद्धि दर है।
पिछले साल 19 नवंबर को भारत में एयरलाइनों ने 4,56,910 घरेलू यात्रियों को यात्रा कराई। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार महामारी के बाद से यह सबसे अधिक एकल-दिवसीय हवाई यातायात था, जो कि कोविड-पूर्व औसत से 7.4 प्रतिशत अधिक है। सरकार के अनुसार पिछले 10 वर्षों में देश में हवाई अड्डों की संख्या 74 से बढ़कर 157 हो गई है। 91 लाख से अधिक यात्रियों ने डिजी यात्रा की सुविधा का लाभ उठाया और 2023 में 35 लाख से अधिक उपयोगकर्ताओं ने ऐप डाउनलोड किया।