शहर में बंद हो रहे हैं गुजराती माध्यम के स्कूल
एजेंसी/ अहमदाबाद। गुजरात में गुजराती माध्यम से शिक्षा देने वाले स्कूल बंद होते जा रहे हैं। दरअसल, माता-पिता अपने बच्चों को इंग्िलश मीडियम स्कूल में दाखिला दिला रहे हैं। इसी का नतीजा है कि शहर में एक और गुजराती माध्यम वाला स्कूल बंद हो गया।
पालदी में साधना स्कूल साल 1934 से संचालित हो रहा है। मगर उसने कक्षा 6, 7 और आठ में गुजराती माध्यम से शिक्षा देना बंद कर दिया है क्योंकि उसे इसके 20 छात्र भी नहीं मिले थे। एक कक्षा को चलाने के लिए कम से कम इतने बच्चों की जरूरत होती है।
प्रधानाचार्य ने कहा कि यदि जुलाई तक छात्र नहीं मिलते हैं, तो नौंवी और 10वीं में भी गुजराती माध्यम से शिक्षा देना बंद कर दिया जाएगा। छात्रों की कमी के चलते करीब 25 गुजराती माध्यम वाले स्कूल शहर में पिछले तीन साल में बंद हो चुके हैं क्योंकि दुनियाभर में अंग्रेजी भाषा का प्रभुत्व है।
साल 2013 में पांच गुजराती माध्यम के स्कूल, 2014 में आठ और 2015 में 10 गुजराती माध्यम स्कूल बंद हो चुके हैं। संवाद और बिजनेस के लिए ज्यादातर लोग अंग्रेजी भाषा को ही चुनते हैं।
इसलिए अभिभावक भी अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम स्कूल में भेज रहे हैं। उन्हें लगता है कि उनके बच्चे इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़कर उच्च शिक्षा में अच्छे मौके हासिल कर सकेंगे और उनके कॅरियर के लिए भी कई विकल्प खुलेंगे।