AAP-“शीला दीक्षित क्या मोदी की चाची लगती है”
एजेंसी/ नई दिल्ली : वॉटर मीटर घोटाला मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को नोटिस भेजा है। एसीबी ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया है। एसीबी ने शीला दीक्षित से पूछताछ के लिए समय पूछा है, क्यों कि वो एक महिला है। कहा जा रहा है कि एसीबी ने इसीलिए शीला दीक्षित से उनके आने का समय पूछा है।
हांलाकि इस पर शीला दीक्षित का कहना है कि उन्हें एसीबी की ओर से कोई नोटिस नहीं भेजा गया है। इस नोटिस पर चुटकी लेते हुए दिल्ली के जल मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि शीला क्या मोदी की चाची लगती हैं जो मोदी उन्हें बचा रहे हैं। बता दें कि यह घोटाला शीला दीक्षित सरकार के दौरान का है।
इसके बाद जब 49 दिनों के लिए केजरीवाल सरकार सत्ता में आई तो उन्होने पानी के दो लाख 50 हजार मीटर खरीदने में हुई गड़बड़ी की बात कहकर केस दर्ज कराया गया था। इससे पहले एसीबी ने मिश्र से भी पूछताछ की थी। मिश्र के भेजे गए नोटिस की भाषा से भी आपत्ति है। उन्होने कहा है कि शीला को भेजे गए समन में लिखा गया है कि जब भी संभव हो वो एसीबी से मुलाकात के लिए आएं और न आ सकें तो एसीबी खुद उनके पास आएगी।
इस पर कपिल मिश्रा ने पूछा है कि ये किसी आरोपी को समन भेजने का तरीका है। मुझे लगता है कि सरकार ने एसीबी को खास निर्देश दिया है कि शीला को नाखुश न किया जाए। आखिर क्यों शीला से सीबीआई पूछताछ नहीं कर रही है? एसीबी चीफ मुकेश मीणा ने कपिल मिश्रा को निशाने पर लेते हुए कहा कि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं और जांच प्रक्रिया का भी मखौल बना रहे है।