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अंबानी को पीछे छोड़ते हुए अडानी बने भारत के सबसे अमीर व्यक्ति

नई दिल्ली (विवेक ओझा): गौतम अडानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ते हुए भारत के सबसे अमीर व्यक्ति का दर्जा एक बार फिर से हासिल कर लिया है। ब्लूमबर्ग बिलेनेयर इंडेक्स ( Bloomberg billionaire index) द्वारा ज़ारी आंकड़ों में इसकी पुष्टि की गई है। वर्तमान में अडानी ग्रुप के मालिक गौतम अडानी का नेट वर्थ 97.6 बिलियन डॉलर हो गया है जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी का नेट वर्थ 97 बिलियन डॉलर है। अडानी के नेट वर्थ में मामूली से वृद्धि जरूर दिख रही है लेकिन इन्हीं आंकड़ों ने अडानी को देश का सबसे अमीर व्यक्ति बना दिया है।

ब्लूमबर्ग बिलेनेयर इंडेक्स के अनुसार अडानी अभी विश्व के 12वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। अडानी ग्रुप के शेयरों के प्रति लोगों का विश्वास भी बढ़ा है। अडानी हिन्डेनबर्ग ( Adani-Hindenburg) मामले में भी सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला हाल ही में आया जिससे अडानी को क्लीन चिट मिल गई और इसी बीच अडानी के लिए दोहरी खुशी सामने आई जब वो भारत के रिचेस्ट पर्सन भी बन गए। सुप्रीम कोर्ट ने अडानी-हिंडनबर्ग मामले पर फैसला सुनाते हुए सेबी की जांच रिपोर्ट में दखल देने से इनकार कर दिया । 3 जजों की बेंच ने कहा कि सेबी की जांच उचित है और वह इस मामले की जांच के लिए सक्षम एजेंसी है। मार्केट रेग्यूलेटर ने अडानी हिंडनबर्ग मामले में 24 में से 22 मामलों की जांच पूरी कर ली है और अभी भी 2 मामलों की जांच बची है। सुप्रीम कोर्ट ने बाकी बचे दोनों मामलों की जांच पूरी करने के लिए सेबी को तीन महीने की मोहलत दी गई है।

सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि हम सेबी को दिए गए समय में अपनी पूरी जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश दे रहे हैं। अडानी- हिंडनबर्ग मामले पर चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ जस्टिस, जे बी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने फैसला सुनाया है। CJI ने फैसला सुनाते हुए कहा कि कोर्ट को सेबी के अधिकार क्षेत्र मे दखल देने का सीमित अधिकार है। सुप्रीम कोर्ट ने आगे कहा कि SEBI ही इस मामले की जांच करेगी, SIT को जांच ट्रांसफर नहीं की जाएगी , इसे अडानी ग्रुप ने अपनी बड़ी जीत मानी है।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Report) के बाद से ही सेबी (Sebi) की अडानी ग्रुप की कंपनियों (Adani Group Companies) पर निगाह बनी हुई है। सेबी ने यह देखा है कि अडानी ग्रुप की 6 लिस्टेड कंपनियों में साल 2020 की सितंबर तिमाही के बाद से ही एफपीआई (FPI) की संख्या बढ़ रही है। एफपीआई विदेशी संस्थागत निवेशक होते हैं। अडानी ग्रुप की 6 कंपनियों में तिमाही विदेशी शेयरहोल्डिंग ट्रेंड का एक विश्लेषण 2020 की सितंबर तिमाही से ही एफपीआई की संख्या में इजाफा दिखा रहा है। अडानी ग्रुप की ये 6 कंपनियां अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises), अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas), अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission), अडानी ग्रीन (Adani Green), अडानी पोर्ट (Adani Ports) और अडानी पावर (Adani Power) है।

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