नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र 2022-23 के स्नातक कोर्सेज में दाखिले के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट(सीयूईटी) जुलाई के पहले या दूसरे सप्ताह में होने केबाद छात्रों का दाखिला केंद्रीकृत ई-काउंसलिंग केस्कोर के आधार पर होगा। डीयू दाखिला समिति की ओर से यह काउंसलिंग की जाएगी। काउंसलिंग के तीन राउंड होंगे, जिसमें पहला व दूसरा राउंड व एक तीसरा स्पॉट राउंड होगा। छात्रों को उनकी मेरिट व उनके द्वारा कॉलेज व कोर्स को लेकर दी गई वरीयता के अनुसार दाखिला दिया जाएगा।
सीयूईटी का स्कोर जारी होने के बाद ई-काउंसलिंग की जाएगी। अधिक दाखिले से बचने के लिए प्रत्येक राउंड में तीस फीसदी अतिरिक्त दाखिले किए जाएंगे। इस कारण यह है कि दाखिले रद् होने की स्थिति में सीटें बराबर रहेंगी। प्रत्येक काउंसलिंग से पहले छात्रों को अपनी वरीयता फिर से भरने का अवसर दिया जाएगा। काउंसलिंग केदूसरे राउंड से पहले प्राथमिकताओं में बदलाव करने का विकल्प भी मिलेगा। काउंसलिंग के संबंध में स्पष्टता सीयूईटी का रिजल्ट जारी होने के बाद ही प्राप्त होगी।
डीयू के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग(एसओएल) और नॉन कॉलिजिऐट वूमेंस एजुकेशन बोर्ड(एनसीवेब) में दाखिले केलिए पंजीकरण प्रक्रिया 06 मई से शुरू होगी। दरअसल, एसओएल व एनसीवेब में दाखिले के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट(सीयूईटी) से नहीं होगा। एनसीवेब में दाखिले केलिए पहले की तरह कट ऑफ निकलेगी। जबकि एसओएल में भी बीते साल की तरह दाखिले होंगे। इससे विद्यार्थियों की उस बड़ी आबादी को लाभ होगा जो ग्रेजुएशन की पढ़ाई करना चाहते हैं।