कोरोना के प्रकोप के बीच कड़ाके की ठंड का दौर जारी
भोपाल: कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार तेज गति से वृद्धि के बीच मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड, बारिश और ओलावृष्टि का दौर जारी रहने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। भोपाल में आज फिर सुबह से सूरज के दर्शन नहीं होने से धूप नहीं खिली। आसमानों में बादल छाए रहे। राज्य के उत्तरी अंचल के जिलों में बारिश और ओलावृष्टि के बीच प्रात:काल कोहरे का प्रभाव रहा। उत्तरी के साथ ही पूर्वी हिस्सों में भी बारिश के साथ कोहरा और ठंड का प्रकोप जारी है।
स्थानीय मौसम केंद्र के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान सागर और होशंगाबाद संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर तथा इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर वर्षा दर्ज की गयी। इस अवधि में बक्स्वाहा, बंडा, पवई, लखनादौन, उमरेह, हर्रई, नागौद, जुन्नारदेव, हनुमना, मोहखेड़ा, चांद, छिंदवाड़ा, सौंसर, परासिया, अमरवाड़ा, बरेली, खिरकिया, कुरवाई और बैतूल तथा इनसे लगे इलाकों में तीन से लेकर चार सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गयी। दतिया, सागर, दमोह और खजुराहो में हल्के से मध्यम कोहरा रहा। इस बीच राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान 9 डिग्री दर्ज किया गया।
आगामी 24 घंटों के दौरान रीवा, शहडोल, सागर और जबलपुर संभागों में अनेक स्थानों पर, होशंगाबाद, भोपाल, ग्वालियर और चंबल संभागों में कुछ स्थानों पर और इंदौर तथा उज्जैन संभागों में कहीं कहीं वर्षा या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना व्यक्त की गई है। इस बीच राज्य में न्यूनतम तापमान 9 से लेकर 14 डिग्री तक और अधिकतम तापमान 18 से लेकर 25 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया। पिछले कुछ दिनों से लगातार कड़ाके की ठंड का दौर चल रहा है। वहीं तीन चार दिनों से राज्य में अलग अलग स्थानों पर वर्षा का क्रम बना हुआ है। ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलों को भी क्षति पहुंची है। हालाकि बारिश कृषि के लिए लाभदायक बतायी गयी है।