‘झूठ का सहारा लेकर चिल्लाने वालों को मिल गया जवाब’, अमित शाह का उद्धव ठाकरे पर तंज
महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े को वास्तविक शिवसेना घोषित करने के निर्वाचन आयोग के फैसले का केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने स्वागत किया है। शाह ने शनिवार को कहा कि आयोग के इस फैसले से दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। किताब ‘मोदी@20’ के मराठी संस्करण के विमोचन के मौके पर उन्होंने ये बातें कहीं। उद्धव ठाकरे का नाम लिए बगैर शाह ने यह भी दोहराया कि 2019 के विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री पद साझा करने पर कोई सहमति नहीं बनी थी। मालूम हो कि वर्ष 2019 के विधानसभा चुनावों के नतीजे घोषित होने के बाद शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया था।
EC ने दूध का दूध और पानी का पानी किया: शाह
शाह ने मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में कहा, ‘कल निर्वाचन आयोग ने ‘दूध का दूध, पानी का पानी’ कर दिया। कल ही ‘सत्यमेव जयते’ के सूत्र को चरितार्थ किया गया है।’ शाह ने ठाकरे का नाम लिए बगैर कहा, ‘जो लोग झूठ का सहारा लेकर चिल्लाते थे, आज उन्हें पता चल गया है कि सच्चाई किसके पक्ष में है।’
‘घुसपैठिए जवानों के सिर काट ले जाते और..’
अमित शाह ने कहा, ‘UPA सरकार ऐसी सरकार थी जिसमें हर मंत्री अपने आपको प्रधानमंत्री मानता था और कोई मंत्री प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री नहीं मानते थे। उस समय आए दिन पाकिस्तान से घुसपैठिए घुसकर हमारे जवानों के सिर काटकर ले जाते थे और दिल्ली के दरबार में चुप्पी छाई रहती थी।’ उन्होंने आगे कहा कि 2014 से 2022 का कालखंड का जब कभी भी भारत की चुनी हुई सरकारों का इतिहास लिखा जाएगा तो स्वर्णमयी अक्षरों से लिखा जाएगा।
ओंकारेश्वर मंदिर में शाह ने की पूजा
निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे के नेतृत्व वाले समूह को ‘शिवसेना’ नाम और उसका चुनाव चिह्न ‘तीर-कमान’ आवंटित किया। इसे उद्धव ठाकरे के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। बता दें कि पुणे में अमित शाह ने मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ ओंकारेश्वर मंदिर में पूजा की। साथ ही उन्होंने बीमार चल रहे भाजपा सांसद गिरीश बापट से पुणे के महात्मा फुले संग्रहालय में मुलाकात भी की।