साहित्य

आपातकाल: आगे की कथा…

आपातकाल : स्वातंत्र्योत्तर भारतीय इतिहास का संक्रमण काल। एक निरंकुश सत्तालोलुप शासक द्वारा लोकतंत्र पर कुठाराघात और अधिनायकवादी व्यवस्था थोपने…

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अंत: तक झकझोरती ही नहीं बल्कि सोचने पर विवश करती हैं कहानियां

परितोष कुमार ‘पीयूष’ वो अजीब लड़की’ (कहानी संग्रह) प्रियंका ओम की पहली पुस्तक है। कुंठित मानसिकता के सारे ठिकानों पर…

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चट तलाक –पट ब्याह

अबकी बार तो मुझे पक्का भरोसा है , निशा मौसी का नाम जरूर गिनीज बुक में दर्ज होगा . शाम…

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अथाह सागर और हम!

एक नौका विस्तृत सागर में यूँ स्वयं को लहरों के हवाले कर देती है जैसे कोई अपने किसी परम मित्र…

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‘रेस्क्यू-ऑपरेशन’

-सुबह बिस्तर छोड़ते के उपरान्त, अमूमन जैसी कि दिनचर्या है, दैनन्दिन की क्रिया-प्रक्रिया से पहले मेरी आदत है, कम-अज-कम दो…

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‘रचना का जीवद्रव्य’

रचना का जीवद्रव्य’ जितेन्द्र श्रीवास्तव की सद्य: प्रकाशित आलोचनात्मक पुस्तक है जिसमें कविता, कहानी, उपन्यास, गजल, संस्मरण, आत्मकथा की समीक्षाओं…

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जी एस टी– गिव सर्वाइवल टैक्स

प्रकृति का सिद्धांत है जो विपरीत परिस्थितियों के अनुसार अपने आप को ढाल पायेगा वही जीवित रहने का अधिकारी है…

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सजग पत्रकार की दृष्टि में मोदी-युग

पुस्तक-समीक्षा : रमेश नैयर पुस्तक ‘मोदी युग’ का शीर्षक देखकर प्रथम दृष्टया लगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्तुति में…

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आत्माराम विज्ञानी

आशुतोष राणा की कलम से… क्रॉकडायल की छाप वाला सूट्केस, उनकी दसों उँगलियों में विभिन्न नगों से जड़ी हुई कुछ…

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प्रेरणा कहीं और से नहीं अपने ही भीतर से आती है

न्यूयॉर्क के कोलंबिया विश्वविद्यालय में हिन्दी भाषा और साहित्य की प्रोफेसर सुषम बेदी जी का नाम प्रवासी-साहित्य लेखन में अपरिचित…

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कृषकों की व्यथा-कथा कहता उपन्यास ‘कालीचाट’

उपन्यास ‘कालीचाट’ से गुजरते हुए किसान जीवन की त्रासदी की बड़ी तीखी अनुभूति से हमारा सामना होता है। यह अनुभूति…

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मध्यवर्गीय जन-जीवन की करुण-गाथा ‘मझधार’

पुस्तक समीक्षा भारतीय समाज में अनेक विविधता व्याप्त है उन्हीं के बीच मध्यवर्गीय जन-जीवन अपने आपको साबित करने के प्रयास में…

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मेरे लिए लेखन ब्रह्माण्ड के साथ एकाकार होने का माध्यम है

साक्षात्कार : सुधा ओम ढींगरा सुधा ओम ढींगरा जी का व्यक्तित्व बहुआयामी है, आप कथाकार, कवयित्री, सम्पादक, रंगकर्मी, समाजसेवी होने के…

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जंगली घास का फूल: लालमुनि चौबे

संस्मरण भारत में कोई जगह। दरवाजे पर दस्तक। कोई चौबे जी आए हैं। दरवाजा खोला। दो लोग। एक पुलिस सा…

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यहाँ सब ठीक है

कहानी पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार के अंचल में नई-नई तरक्की का दौर है, अब वाराणसी से सत्यकाम के…

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लामचंद की लालबत्ती

माता पिता ने उनका नाम रामचंद्र रखा था। किंतु मेट्रिक की परीक्षा देने से ठीक पहले, वे एक शपथपत्र देकर…

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पंच महाभूतो का श्रेष्ठतम योग है श्री हनुमान

स्मृति का विस्मृति में बदलना, शक्ति होते हुए भी शक्ति का भान ना होना, हमारे दुःख का कारण होता है..इसलिए…

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अब हाशिये पर नहीं है व्यंग्य विधा

– डॉ.सुमन सिंह प्रो. हरीश नवल का नाम व्यंग्य लेखन के क्षेत्र में अपरिचित नहीं है। ज्ञान चतुर्वेदी, प्रेम जनमेजय के…

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बिना मुंडेर की छत पर जीने की उद्दाम आकांक्षा

पुस्तक समीक्षा- कुमार मंगलम हिंदी का प्रकाशन जगत अब बदल रहा है ’ इन प्रकाशकों पर बेस्ट सेलर्स का इतना…

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मर्यादा पुरुषोत्तम राम और चकबन्दी का मुकदमा

कहानी : संजय माथुर नन्दन जी के यहाँ रामायण बैठी है। सब मुहल्ले वालों को न्योता भेजा गया है। सभी…

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••राम रवा लपटा महाराज••

वे लोगों से अभिवादन में केवल राम राम कहते थे, खाने में उन्हें सिर्फ़ रवा का हलवा, और बेसन का…

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फाग के भाग कहा कहिए

  नई तर्ज की होली है ये होली बड़बोली है। पहले थी मनभावन होली मन फागुन तन सावन होली। प्यार…

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शोध

कहानी जिस दिन सर चिता पर धू-धू जल रहे थे वह पाँच सितम्बर का दिन था। ऊपर आसमानों के न…

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जनता करती है सब हिसाब

पुस्तक समीक्षा समकालीन युवा कवियों में राकेश रंजन का नाम उनके विशिष्ट काव्य-प्रयोगों के कारण भी अलग से पहचान में…

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कविता

1) मुहब्बत ऐसी धड़कन है जो समझाई नही जाती हम अपने अपने नाम जोड़ते खोल देते फिर शहर में भी…

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गजलें

(1) फ़रेबो-झूठ मक्कारी के आगे चली है किसकी अय्यारी के आगे। मुझे भी चाल चलने दे री कि़स्मत! खड़ी क्यूँ…

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••• लाठी गली •••

डॉक्टर लालचंद साठी, जिनके कर्मों के कारण क़स्बे के लोग उनको डॉक्टर लाठी कहने लगे।जिस गली में वे रहते थे…

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साहित्य की उत्तरजीविता अभी से संभावित: डॉ. खगेन्द्र ठाकुर

राम और बुद्ध की धरती प्राचीन धरा पर हिंदी की अनुगूँज 13 वाँ अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन बाली (इंडोनेशिया) में डॉ.…

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