स्तम्भ: अयोध्या पीछे छूट चुकी थी, जनशून्य क्षेत्र आरम्भ हो चुका था। कैकेयी इस सत्य को जानती थीं कि जब…
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वाराणसी, 06 सितम्बर। डी.ए.वी. पीजी काॅलेज के हिन्दी विभाग के तत्वावधान में गुरूवार को मुंशी प्रेमचन्द्र के उपन्यास ‘सेवासदन’ के…
Read More »स्तम्भ: वे अपने महल के विशाल कक्ष में बेचैनी से चहल क़दमी कर रहे थे, मृत्यु के मुख पर खड़े…
Read More »स्तम्भ : कंस ने लगभग डाँटते हुए कहा- मुझे बहलाओ मत कृष्ण। मैं गोकुल की गोपी नहीं हूँ, जो तुम्हारे…
Read More »स्तम्भ : कृष्ण अपने हृदय की आत्मीयता को कंस पर उड़ेलते हुए बोले- मुक्त होने के लिए रिक्त होना पड़ता…
Read More »स्तम्भ : कृष्ण, मेरी माँ पवनरेखा अनिंद्य सुंदरी थी, अपने पति उग्रसेन के प्रति पूर्णतः समर्पित। किंतु किसी भी स्त्री…
Read More »स्तम्भ: मेरा अनुभव है कृष्ण, कि #दुर्भाग्य व्यक्ति को #अपने_पास_बुलाता_है, किंतु #सौभाग्य व्यक्ति तक #स्वयं ही पहुँच जाता है। कंस…
Read More »स्तम्भ : मेरी माँ पवनरेखा जब अपने पितृगृह पहुँची तब वह अपने पति से विरह और हृदय की वेदना से…
Read More »अध्यात्म : भगवान् को प्राप्त करने का अभियान भगवद्जन के लिए जितना सरल और सरस है विषयी व्यक्ति के लिए उतना…
Read More »अध्यात्म : संसार में हाथ, दो पैर वाले जीवों की भरमार है। सामान्यतया उन्हें ‘मनुष्य’ कहते है। लेकिन ‘मनुष्य’ ये…
Read More »अध्यात्म : सुतीक्ष्ण जी अगस्त्य मुनि के शिष्य थे। शिक्षा प्राप्त कर लेने के पश्चात् सुतीक्ष्ण ने गुरुजी से दक्षिणा हेतु…
Read More »स्तम्भ: कैकेयी को सुमित्रा के शब्द सुनाई दिए वे कह रही थीं- जीजी, परमात्मा ने महाराज दशरथ और हम सबके भाग्य…
Read More »स्तम्भ: कैकेयी ने आश्चर्य से सुमित्रा को अपने कंठ से अलग करते हुए कहा- शत्रुघन का कहीं पता नहीं है…
Read More »स्तम्भ: भरत नंदीग्राम में ही रुक गए, उन्होंने निर्णय सुना दिया था कि प्रभु श्रीराम के अयोध्या वापस लौटने तक…
Read More »इतिहास भूत होता है। इसमें जोड़ घटाव उचित नहीं होता। जैसा घटित हुआ, वैसा ही इतिहास बना। हम चाहकर भी…
Read More »भाव का केन्द्र हृदय है और ज्ञान का केन्द्र बुद्धि। बुद्धि का आधार स्मृति है। हम प्रत्यक्ष जगत का विवेचन…
Read More »नई दिल्ली : प्रसिद्ध जैन मुनि तरुण सागर महाराज की हालत गंभीर बनी हुई है| मैक्स अस्पताल की ओर से…
Read More »नई दिल्ली : 26 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा। यह त्योहार भाई-बहन के आपसी रिश्तों को मजबूत बनाने…
Read More »संजय सक्सेना हिंदी साहित्यकार, शिक्षक एवं कवि सम्मेलनों के मंचों पर काव्य वाचक एवं फिल्मों के गीत लेखक गोपाल दास…
Read More »मुंबई: बॉलीबुड और हॉलीबुड दोनों जग़ह अपना कैरियर बनाने वाली “प्रियंका चोपड़ा” बीते रोज़ अपने मंगेतर निक जोनास और पूरे…
Read More »पहला विश्व हिंदी सम्मेलन नागपुर में 1975 में हुआ था पोर्ट लुइस : 11वां विश्व हिंदी सम्मेलन मॉरीशस में शुरू…
Read More »नई दिल्ली : रक्षाबंधन का त्याेहार हर बहन के लिए बेहद खास हाेता है। बल्कि भार्इ भी इस त्याेहार पर…
Read More »नई दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को निधन हो गया| इससे देशभर में शोक की लहर…
Read More »‘स्वतंत्र’ का अर्थ गहरा है। स्व का अर्थ सुस्पष्ट है। स्व यानी मैं। मेरा अन्तःक्षेत्र। हमारी अपनी अनुभूति। प्रत्येक व्यक्ति…
Read More »नया शैक्षिक सत्र चरित्र निर्माण का वर्ष हो बच्चों को भौतिक के साथ ही सामाजिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा भी दें…
Read More »नई दिल्ली : यदि विज्ञान या अध्यात्म से तुम्हारे भीतर विस्मय या भक्ति का भाव नहीं जगा, तो तुम गहरी…
Read More »‘हमारे पूर्वजों ने धरती को माता और आकाश को पिता बताया’ ‘हम भारत के लोग’ हैं। यही हमारा मूल परिचय…
Read More »‘दर्शन’ का मूल उद्देश्य संसार को समझना और विश्व को आनंद से भरना है संसार हमारा आश्रय है। हम संसार…
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