देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निष्पक्ष जांच संस्कृति के विकास की मिसाल देते हुए जिस तत्परता से उत्तराखंड विधान सभा अध्यक्ष रितु खंडूरी से विधानसभा नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़ी अनियमितता की जांच का आग्रह किया था, उतनी ही तत्परता से विधानसभा की गरिमा और शुचिता को सुनिश्चित करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने इस मामले में तीन सदस्यीय समिति का गठन कर दिया है जो पूरे मामले की पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ जांच करेगी। इस समिति में रिटायर्ड आईएएस अधिकारी दिलीप कोटिया , सुरेंद्र सिंह रावत और अवनेंद्र नयाल शामिल होंगे।
उत्तराखंड की विधान सभा अध्यक्ष ने आज इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और विधानसभा भर्ती में हुए कथित घोटाले पर मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि वह दो-तीन दिन से इस पर विचार कर रही थीं कि इस मामले की एक उच्च स्तरीय जाँच हो जिससे दोषियों को तो सजा मिले ही, साथ ही प्रदेश सरकार की स्वस्थ्य छवि को धूमिल करने के किसी के भी इरादे सफल न हों। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा में अनियमितताओं को सहन नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने सचिव को एक महीने की छुट्टी पर भेजे जाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इस मामले की एक महीने के भीतर जांच होगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।