कांग्रेस ने विदेशी धरती से चुनाव आयोग पर हमला कर किया लोकतंत्र पर आघातः मोदी
त्रिशूर/कोच्चि। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने विदेशी धरती से चुनाव आयोग पर हमला बोलकर लोकतंत्र और जनादेश पर गहरा आघात किया है। कांग्रेस आज भी इमरजेंसी की मानसिकता से ग्रस्त है तथा वह देश की लोकतांत्रिक प्रणाली के सभी संस्थानों पर चोट कर रही है।
केरल के त्रिशूर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने पिछले दिनों लंदन में आयोजित उस मीडिया आयोजन का जिक्र किया जिसमें एक कथित हैकर सैय्यद शुजा ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल की मौजूदगी में दावा किया था कि वर्ष 2014 के आम चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हैक किया गया था जिससे मोदी चुनाव जीते थे। प्रधानमंत्री ने इस दावे के बारे में कहा कि कांग्रेस पार्टी विदेशी धरती से होने वाले इस कुचक्र में शामिल है और वह लोकतंत्र व जनादेश की अवहेलना कर रही है। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल का नाम लिए बिना मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम में एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद थे तथा कांग्रेस को इस बात का जवाब देना होगा कि लोकतंत्र प्रणाली पर हमला करने की इस कवायद में वह क्यों हिस्सेदार बनी।
मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अभी भी इमरजेंसी की मानसिकता का शिकार है और वह देश की सेना पुलिस, केंद्रीय जांच ब्यूरो, नियंत्रक एवं लेखा महापरीक्षक (कैग) और चुनाव आयोग को निशाना बना रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और कम्युनिस्टों की यही सोच है कि केवल वही सही हैं देश के लोकतांत्रिक संस्थान गलत हैं। विपक्ष के ‘लोकतंत्र बचाओ’ नारे का उपहास करते हुए कहा कि यह एक बड़ा मजाक है। ये दल विरोधी विचारधारा वाले राजनीतिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा का सहारा लेते हैं। केरल में कम्युनिस्ट अपने विरोधियों के खिलाफ हिंसक कार्यवाही करते हैं और अब यह सिलसिला मध्य प्रदेश में शुरू हो गया है जहां पिछले दिनों भाजपा के कई कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है।
विरोधी दलों को वैचारिक दृष्टि से दिवालिया बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इन दलों की सारी राजनीति मोदी के प्रति घृणा से ओतप्रोत है। इन दलों के नेताओं का दिन मोदी को गाली देने से शुरू होता है और अंत मोदी को गाली देने से पूरा होता है। उन्होंने कहा कि दुर्भावना और नकारात्मक सोच से ग्रस्त ये दल देश के विकास में बाधा पैदा कर रहे हैं और युवाओं, गरीबों का भविष्य अंधकारमय करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आप मोदी को गाली दीजिए लेकिन देश के विकास में बाधक मत बनिए। मोदी ने कहा कि देश की जनता ने चार वर्ष पहले उन्हें देश का चौकीदार नियुक्त किया था। जब तक वह देश के चौकीदार रहेंगे, भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेंगे। जब तक वह चौकीदार हैं देश की एकता, अखंडता और संस्कृति पर आंच नहीं आने देंगे।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में सबरीमाला मंदिर प्रकरण और अंतरिक्ष वैज्ञानिक नंबी नारायणन को जासूसी के फर्जी मामले में फंसाने का भी जिक्र किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ सरकार ने नंबी नारायणन को जासूसी के फर्जी मामले में फंसाकर राष्ट्रीय हित और देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया था। उनकी सरकार ने नंबी नारायणन के साथ हुए अन्याय को दूर करने के लिए उन्हें इस वर्ष पद्म भूषण से नवाजा।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस और कम्युनिस्टों के लिए विकास परियोजनाएं पैसा कमाने का जरिया हैं। केरल में सत्तारूढ़ वाम मोर्चा सरकार के कई मंत्रियों को भ्रष्टाचार के आरोप में इस्तीफा देना पड़ा और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के कई नेता सोलर घोटाले में शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन नेताओं के लिए विज्ञान और अनुसंधान भी पैसा कमाने का जरिया है। भले ही इससे देश के रणनीतिक हित प्रभावित होते हो।
सबरीमाला मंदिर में पिछले कई महीनों से चल रहे अयप्पा भक्तों के सबरीमाला बचाओ आंदोलन का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि राज्य की कम्युनिस्ट सरकार केरल की सभ्यता और संस्कृति पर आघात कर रही है। पूरा देश देख रहा है की कम्युनिस्ट किस तरह केरल की सांस्कृतिक विरासत का अपमान कर रहे हैं। सबरीमाला प्रकरण में कांग्रेस पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि इसके नेता दिल्ली में एक बात बोलते हैं और केरल में दूसरी बात। केरल की जनता के सामने कांग्रेसी नेताओं के दोहरे चरित्र का पर्दाफाश हो गया है।
सबरीमाला मंदिर के संबंध में महिला-पुरुष समानता का मुद्दा उठाए जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और कम्युनिस्टों का महिला सशक्तिकरण संबंधी दावा खोखला है। इन दलों ने मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने वाले तीन तलाक विरोधी विधेयक का विरोध किया। उन्होंने कम्युनिस्टों के पूछा कि देश के कई राज्यों में बनीं कम्युनिस्ट सरकारों में कभी किसी महिला को मुख्यमंत्री नियुक्त क्यों नही किया गया। उन्होंने इन दलों के नेताओं से यह आत्मलोचन करने को कहा कि वे आखिर देश की सभ्यता, संस्कृति का अपमान क्यों कर रहे हैं। कोचीन में तेल शोधन संयंत्र राष्ट्र को समर्पित
प्रधानमंत्री ने इसके पूर्व, कोचीन में भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड तेल शोधन संयंत्र के विस्तारित कांप्लेक्स को राष्ट्र को समर्पित किया। यह कांप्लेक्स 16 हजार 504 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है। इस अवसर पर मोदी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2020 तक कच्चे तेल के आयात में 10 प्रतिशत की कमी की जाए जिससे बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा की बचत हो सके। दक्षिण भारत के अपने दौरे के अंतर्गत प्रधानमंत्री ने मदुरै में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का शिलान्यास किया जिस पर 1200 करोड़ रुपये की लागत आएगी। शिलान्यास के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए तमिलनाडु की जनता से भाजपा को समर्थन देने का आह्वान किया।