राहुल गांधी के छेड़छाड़ वाले वीडियो के प्रसारण मामले में कांग्रेस ने कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी
नई दिल्ली: कांग्रेस ने रविवार को भाजपा और मीडिया के एक वर्ग को पार्टी तथा उसके नेताओं को ‘‘बदनाम” करने के लिए तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने से बचने को कहा। इसके जवाब में सतारूढ़ पार्टी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को भाजपा और आरएसएस पर ‘निराधार’ आरोप लगाने के लिए माफी मांगनी चाहिए या कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
राहुल गांधी का फर्जी वीडियो प्रसारित करने के आरोप में एक टीवी चैनल के खिलाफ शनिवार को जयपुर में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। केरल में गांधी द्वारा की गई टिप्पणियों पर ‘जानबूझकर मनगढ़ंत और विकृत रिपोर्ट’ साझा करने को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रवक्ता राज्यवर्धन राठौर के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया।
कांग्रेस नेता और पार्टी के मीडिया तथा प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि फर्जी खबरें फैलाने और राहुल गांधी के एक छेड़छाड़ वाले वीडियो को साझा करने के मामले में भाजपा और उसके नेताओं के खिलाफ भी ऐसी ही कार्रवाई की जाएगी। आरोप है कि वीडियो में राहुल गांधी के वायनाड स्थित दफ्तर में कथित रूप से तोड़फोड़ करने वाले एसएफआई नेताओं के बारे में कांग्रेस नेता की टिप्पणियों को ‘‘शरारतपूर्ण तरीके से” इस तरह इस्तेमाल किया गया है, जिससे लगता है कि वह उदयपुर में कन्हैयालाल के हत्यारों को माफ कर रहे हैं।
खेड़ा ने कहा कि कथित वीडियो को हटा लिया गया है और चैनल ने अपनी गलती मानकर इसके लिए माफी मांग ली है। उन्होंने कहा कि लेकिन पहले ही बहुत नुकसान हो चुका है। उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस नेताओं के खिलाफ फर्जी खबरें फैलाने में शामिल सभी लोगों के खिलाफ पार्टी सख्त कार्रवाई करेगी।
खेड़ा ने कहा, ‘‘पार्टी की विनम्रता को उसकी मजबूरी नहीं मानना चाहिए।” कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि पूर्व सूचना और प्रसारण मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने ‘‘गैरजिम्मेदाराना” तरीके से वीडियो साझा किया और भाजपा में कुछ अन्य लोगों ने भी इसे आगे बढ़ाया। राठौड़ ने एक ट्वीट में खेड़ा पर पलटवार करते हुए कहा कि जिन कांग्रेस नेताओं ने आरएसएस और भाजपा के खिलाफ ‘निराधार आरोप’ लगाए हैं, उन्हें परिणाम भुगतने होंगे।
भाजपा के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं को अब माफी मांगनी होगी, अन्यथा उन्हें कठोर कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।” राठौड़ ने ट्वीट कर कहा, ‘‘जिस तरह से ये लोग आरएसएस और भाजपा पर बेबुनियाद आरोप लगाकर जांच को भटकाने और जनता का ध्यान भटकाने का प्रयास कर रहे हैं, इसके परिणाम उन्हें भुगतने होंगे।”
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी ट्विटर पर उदयपुर की घटना के आरोपी की एक तस्वीर साझा की, जिसे कथित तौर पर भाजपा नेताओं के साथ देखा गया था, और कहा कि फोटो में भाजपा की देशभक्ति की ‘सच्चाई’ दिखाई दे रही है। खेड़ा ने भी राठौड़ को जवाब देते हुए तस्वीरें साझा कर पूछा, ‘‘भाजपा का इन आतंकियों से क्या रिश्ता है। क्या ये इत्तेफाक है या इनका इस्तेमाल किया जा रहा है। पूरा देश इंतजार कर रहा है। उन्हें जवाब दो।”
यह उल्लेख करते हुए कि इस विशेष प्रकरण का एक बहुत ही गंभीर आयाम है, क्योंकि यह देश के सांप्रदायिक सद्भाव से संबंधित है, खेड़ा ने कहा, ‘‘आप वीडियो से छेड़छाड़ करके और लोगों, समुदायों को भड़काने से भावनाओं को नहीं बढ़ा सकते।” उन्होंने कहा, ‘‘यह प्राथमिकी चैनल के खिलाफ, सांसदों और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ दर्ज की गई है। बड़ी कार्रवाई होगी, क्योंकि जो कोई भी सोचता है कि हमारी शालीनता हमारी बेड़ी है, उसने गलती की है।
यह हमारा आभूषण है और हम इस आभूषण को उतारने तथा कानूनी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र हैं। वे दिन गए जब हम सभ्य बने रहे क्योंकि हम भाजपा, उसकी आईटी सेल को देखते रहे हैं।” खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में बैठे लोगों को उनके ‘राज धर्म’ और उनकी संवैधानिक शपथ की याद दिलाएगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या प्राथमिकी में राठौड़ का भी नाम है, उन्होंने कहा कि यह अभी चैनल और कुछ अन्य के खिलाफ है, तथा जल्द ही और नाम जोड़े जाएंगे। खेड़ा ने एक अन्य ट्वीट में राठौड़ को दो आतंकवादियों की तस्वीरें साझा करते हुए जवाब दिया, जिन्हें रविवार को कश्मीर में पकड़ा गया था, और जिनमें से एक कथित रूप से भाजपा से भी जुड़ा था। उन्होंने कहा, ‘‘अजीब बात यह है कि ये आतंकवादी भी भाजपा के सदस्य हैं।”