उत्तर प्रदेशराज्य

अयोध्या में रामलला मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की उल्टी गिनती शुरू, आयोजित होंगे कई अनुष्ठान

अयोध्या : बहुप्रतीक्षित मंदिर में राम लला के भव्य विराजमान होने का उत्सव देश ही नहीं पूरे दुनिया में मनाया जाएगा. जिसके लिए हिंदू परिषद की शाखा बजरंग दल 5 महीने पहले से ही रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने के लिए अलग-अलग धार्मिक अनुष्ठान शुरू करेगी. जिसमें पूरे देश भर में शौर्य यात्रा संतो के द्वारा पदयात्रा निकाली जाएगी. देशभर के मठ मंदिरों में भगवान राम लला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा. इसके साथ ही भगवान राम लला भव्य मंदिर में विराजमान होने के दरमियान पूरे देश और दुनिया के पवित्र नदी और सरोवर का जल भी राम मंदिर लाया जाएगा.

भगवान रामलला के पक्ष में फैसला आने के बाद 500 वर्षों का विवाद तो समाप्त हुआ. लेकिन अब भगवान राम लला 500 वर्षों बाद अपनी जन्मस्थली पर भव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं. जिसका उत्साह दुनिया भर में बैठे राम भक्तों में देखने को मिल रहा है. ऐसे में राम भक्तों की भावना का सम्मान करते हुए बजरंग दल युद्ध स्तर पर रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का मनाने की तैयारी कर रहा है. जिसमें 5 महीने पहले से ही तमाम धार्मिक अनुष्ठान यात्राएं शुरू कर दिए जाएंगे.

विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि मंदिर निर्माण का उस्ताह दुनिया भर के लोग राम भक्तों में देखने को मिल रहा है. रामलला के मंदिर निर्माण के निमित्त राम जन्मभूमि परिसर में ही अनवरत अनुष्ठान चल रहा है. समय-समय पर राम मंदिर को लेकर अनुष्ठान किया जाता रहा है. शरद शर्मा ने बताया कि लंबे कालखंड के बाद भगवान के मंदिर में भगवान की स्थापना होने जा रही है. ऐसे में अनवरत राम जन्मभूमि परिसर में भी ट्रस्ट के द्वारा अनुष्ठान चलाया जा रहा है.

राम मंदिर की स्थापना को लेकर के अयोध्या के संपूर्ण में भी उत्साह है. संत समाज में विश्व हिंदू परिषद की पहल का स्वागत करते हुए रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि यह राम भक्तों की खुशी है. विश्व हिंदू परिषद आरएसएस बजरंग दल के लोग राम भक्त हैं. पहले से राम के प्रति समर्पित रहे हैं और जन-जन तक राम मंदिर निर्माण का संदेश पहुंचाने के लिए अनुष्ठान कर रहे हैं.सभी राम भक्तों को इस अनुष्ठान और यात्रा से एक संदेश मिलेगा कि जब भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे तो उनको दर्शन करने का सौभाग्य मिलेगा.

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