COVID-19: कर्ज देने में डर रहे बैंक, RBI में जमा कर रहे हैं सारा पैसा
नई दिल्ली: सरकार कोरोना संकट से अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए कर्ज की आसान उपलब्धता सुनिश्चत करने में लगी है लेकिन बैंक ऐसा करने में शायद दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। बैंक छोटी कंपनियों को लोन देने से कतरा रहे हैं। बैंक कर्ज देने की जगह रिजर्व बैंक में अपना पैसा रखना ज्यादा सुरक्षित मान रहे हैं।
आंकड़ों पर नजर डाले तो बैंकों की ओर से आरबीआई के पास जमा रकम में तेजी से वृद्धि हुई है। 14 मई तक आरबीआई के पास बैंकों ने करीब 7.83 खरब रुपये जमा किए थे। बैंकों को इस जमा पर आरबीआई से 3.75 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है।
वहीं, दूसरी तरफ बाजार में तरलता बढ़ाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) बैंकों को प्रोत्साहित कर रहा है कि बैंक कंपनियों को ज्यादा से ज्यादा कर्ज दें। इसी दिशा में आरबीआई ने एक माह पहले रिवर्स रेपो रेट में 115 आधार अंक की कटौती किया है। हालांकि, इसका असर बैंकों पर नहीं हुआ है।
क्रिसिल के मुताबिक, बैंकों पर पहले से ही फंसे कर्ज (एनपीए) का दबाव है। इस बीच कोरोना वायरस के कारण देश में लॉकडाउन भी लागू हो गया। लॉकडाउन के कारण जहां आर्थिक गतिविधियां ठप हो गईं हैं। इसके चलते चालू कारोबारी साल में कर्ज की वृद्धि दर घटकर दो से तीन फीसदी पर आ सकती है, जो एक साल पहले छह फीसदी पर थी।