Delhi: 1 जून से चल सकती है दिल्ली मेट्रो; होंगे ये बड़े बदलाव
नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो के परिचालन का इंतजार कर रहे लाखों यात्रियों के लिए अगला सप्ताह बड़ी खुशखबरी ला सकता है। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) की तैयारियों से ऐसा लग रहा है कि केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद 1 जून से दिल्ली-एनसीआर के लोगों की लाइफलाइन मेट्रो चलनी शुरू हो सकती है। दिल्ली सरकार शनिवार तक इस बाबत केंद्र सरकार को खत लिखकर लॉकडाउन-5 में मेट्रो संचालन के लिए अनुमति मांगेगी। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार छूट के तहत मेट्रो संचालन की अनुमति दे सकता है।
मेट्रो परिचालन के मिल रहे संकेत
- 1 जून से मेट्रो संचालन परिचालन के मद्देनजर ट्रेनों के ट्रायल रन में पिछले कुछ दिनों से तेजी आई है।
- ट्रायल के तौर पर रोजाना मेट्रो ट्रेनें कई रूटों पर फेरे लगा रही हैं, खासकर सुबह और शाम को।
- 25 मई से दिल्ली मेट्रो के सभी 14,000 कमर्चारी काम पर वापस लौट आए हैं और पूर्व की तरह रोजाना काम कर रहे हैं।
- 25 मई से दिल्ली मेट्रो की ट्रेनों के परिचालन के मद्देनजर सुबह और शाम सिग्नल व्यवस्था के साथ ट्रैक की जांच भी की जा रही है। इसी के साथ तकनीकी खामियों को भी दूर किया जा रहा है।
- सफर के दौरान मेट्रो के अंदर एसी चलाया जाएगा, जबकि मेट्रो स्टेशन परिसर में सुबह 4 घंटे तक तो फुल मोड में एसी चलेगी और बाद यह सामान्य गति से चलेगा। इसकी भी तैयारी कर ली गई है।
यात्रियों को रहना होगा सतर्क, करने होंगे कुछ अहम काम
- सफर के दौरान मेट्रो ट्रेनों में एक सीट छोड़कर नहीं बैठने पर यात्रियों पर जुर्माना भी लग सकता है। इसके लिए बाकायद मेट्रो ट्रेन के प्रत्येक कोच में सीटों पर स्टीकर लगाए जा रहे हैं, जिस पर लिखा है ‘यहां बैठना मना है’।
- ट्रेन के भीतर हो या फिर मेट्रो स्टेशन परिसर में प्रत्येक यात्री की जिम्मेदारी होगी कि वह फीजिकल डिस्टेंसिंग के नियम अपनाए।
- डीएमआरसी ने स्टेशनों पर शारीरिक दूरी के नियम के पालन के लिए लाइनें बनवाई हैं, ताकि स्मार्ट कार्ड रिचार्ज कराने के लिए ज्यादा लंबी लाइन नहीं लगने पाए।
- सभी यात्रियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। इन नियमों का पालन नहीं करने पर जुर्माने का प्रावधान हो सकता है। इसके लिए DMRC नियमों में बदलाव भी करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार के भेजेगा।
- स्टेशनों पर सीमित संख्या में ही यात्रियों को जाने की छूट होगी, इसलिए प्रवेश द्वार से निर्धारित संख्या में यात्रियों को स्टेशन पर जाने की अनुमति हो सकती है।
- सिर्फ स्मार्ट कार्ड व कैशलेस भुगतान की सुविधा होगी, टोकन सिस्टम खत्म किया जा सकता है या फिर इस बीमारी के मद्देनजर इसे स्थगित किया जा सकता है।
- लोगों को जागरूक करने के लिए डीएमआरसी ने वीडियो भी वीडियो तैयार किए हैं। इनके जरिये यात्रियों को मेट्रो में सफर के लिए नए कायदे कानून से अवगत कराया जाएगा और उसके पालन के लिए जागरूक किया जाएगा।
मेट्रो सुबह शाम लगा रही चार फेरे
गौरतलब है कि लॉकडाउन शुरू होने के साथ 22 मार्च से परिचालन बंद होने के बावजूद मेट्रो ट्रायल के रूप में सुबह शाम सभी कॉरिडोर पर चार फेरे लगा रही है। इस दौरान मेट्रो दो फेरे सुबह व दो फेरे शाम को लगाती है। ताकि मेट्रो ट्रैक, सिग्नल सिस्टम इत्यादि का बेहतर रखरखाव हो सके। एक अनुमान के मुताबिक, मेट्रो ट्रेनें अब तक 4500 से अधिक फेरे लगा चुकी हैं।