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दिल्लीवालों ने की प्रदूषण से संबंधित 42 हजार 147 शिकायतें, 94 प्रतिशत पर कार्रवाई

नई दिल्ली। दिल्ली में प्रदूषण से संबंधित ग्रीन दिल्ली ऐप के माध्यम से अभी तक 42 हजार 147 शिकायतें दर्ज करवाई गई हैं। प्रदूषण से संबंधित सबसे ज्यादा शिकायते एमसीडी, डीडीए और पीडब्ल्यूडी के विभागों की दर्ज कराई गई हैं। ग्रीन दिल्ली ऐप के माध्यम से दिल्ली का कोई भी नागरिक प्रदूषण संबंधी शिकायत कर सकता है। बाद में इस शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जाती है।

प्रदूषण की शिकायतों में सबसे ज्यादा सड़कों पर गड्ढे , सड़क किनारे अवैध रूप से कूड़ा फेंकना, रोड डस्ट, निर्माण और विध्वंस अपशिष्ट की डंपिंग, निर्माण या विध्वंस के कारण पैदा हुई धूल प्रदूषण जैसे मामले शामिल हैं।

दिल्ली सरकार के मुताबिक ऐप पर मिली शिकायतों में से प्रदूषण से संबंधित 94 प्रतिशत शिकायतों का निपटारा किया गया है। ऐप के माध्यम से अभी तक 42 हजार 147 शिकायतें आई, जिनमें से 39 हजार 438 से ज्यादा शिकायत दूर हुई हैं।

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि एंटी रोड डस्ट और एंटी ओपन बनिर्ंग अभियान के सभी दर्ज आंकड़ों पर भी ग्रीन वॉर रूम की टीमें कड़ी निगरानी बनाए हुए है। जिनके आधार पर सभी विभागों की तैनात टीमें उचित कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि समर एक्शन प्लान की सबसे अहम कड़ी ग्रीन दिल्ली ऐप और ग्रीन वार रूम है जो कि दिल्ली के दो करोड़ लोगों को सीधे इस प्रदूषण के खिलाफ युद्ध से जोड़ता है।

ग्रीन ऐप दिल्ली के 29 विभाग का संयुक्त प्लेटफार्म है। ग्रीन दिल्ली ऐप पर जितनी शिकायतें आती हैं, उनपर सभी संबंधित विभागों के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई की जाती है। इसमें केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार, नगर निगम के विभाग भी शामिल हैं। इस ऐप को संचालित करने के लिए हर विभाग में नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।

ग्रीन वार रूम में मुख्य तौर पर तीन तरह से निगरानी की जाती है। जिसमें अलग-अलग मॉनिटरिंग सेंटर लगे हुए हैं। उन सेंटर की रिपोर्ट को यहां से रोजाना मॉनिटर किया जाता है। ऐप के माध्यम से जहां से ज्यादा शिकायतें आती हैं, उनकी निगरानी का काम भी यहीं से होता है।

पर्यावरण मंत्री ने बताया कि हमारे यहां डीपीसीसी के इंजीनियर वार रूम के साथ जुड़कर फील्ड में एक्शन लेने और निगरानी करने का काम करते हैं।

इसके साथ 70 ग्रीन मार्शल हैं जो इस वार रूम से जुड़े हैं और जो एक टास्क फोर्स के रूप में काम करते हैं। जब कोई प्रदूषण की शिकायत आती है तो ग्रीन वार रूम से संबंधित विभाग को उसके बारे में सूचित किया जाता है। सम्बंधित विभाग समस्या को दूर करने के बाद ग्रीन वॉर रूम को शिकायत दूर का मैसेज देता है। इसके बाद ग्रीन मार्शल की टास्क फोर्स ग्राउंड पर जाकर रियलिटी चेक करती है कि हकीकत में वह समस्या दूर हुई या नहीं हुई है।

ग्रीन दिल्ली ऐप पर निम्नलिखित तरह की शिकायतें की जा सकती हैं- औद्योगिक प्रदूषण, पार्क में पत्तियां-बायोमास जलने की शिकायतें, कूड़ा या प्लास्टिक वेस्ट जलने की शिकायत, निर्माण-डिमोलिशन गतिविधि से होने वाले धूल प्रदूषण से संबंधित शिकायत, सीएनडी वेस्ट सड़क किनारे या खाली जगह पर फेके जाने की शिकायत, सड़क किनारे या खाली जगह पर कूड़ा फेंके जाने या जलाए जाने की शिकायत, गाड़ी द्वारा ज्यादा धुआं छोड़ने की शिकायत, रोड पर गड्डे ज्यादा हैं और वहां से धूल निकलने से प्रदूषण की शिकायत तथा ध्वनि प्रदूषण की शिकायत इत्यादि ग्रीन दिल्ली ऐप पर की जा सकती है।

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