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EVM मुद्दे पर EC ऑफिस के सामने AAP का प्रदर्शन, जल्द हैकाथन की मांग

नई दिल्ली.असेंबली में ईवीएम जैसे दिखने वाले गैजेट के डेमो के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) ने गुरुवार से लोकतंत्र बचाओ अभियान शुरू किया। ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोप को लेकर पार्टी वर्कर्स ने इलेक्शन कमीशन के दफ्तर के सामने प्रदर्शन किया। पार्टी ने कमीशन से हैकाथन की तारीख जल्द तय करने की मांग की है। आप ने रखी 2 मांग…
EVM मुद्दे पर EC ऑफिस के सामने AAP का प्रदर्शन, जल्द हैकाथन की मांग
 
– आप नेता गोपाल राय समेत अन्य ने ईसी के दफ्तर में जाकर ज्ञापन सौंपा, जिसमें 2 मांग की गई है। पहली यह कि शुक्रवार को कमीशन ने जो ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई है, उसी में हैकाथन की तारीख तय की जाए। दूसरी मांग है कि चुनाव के बाद 25% EVM के नतीजों का मिलान VVPAT से निकली पर्ची से कराया जाए। इसके बाद नतीजे घोषित किए जाएं।

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भारद्वाज मीडिया को बताएंगे EVMs का सच
– आप विधायक सौरभ भारद्वाज आज दोपहर 1 बजे पुणे, मुंबई, चंडीगढ़, यूपी, उत्तराखंड और पंजाब की EVMs का सच मीडिया के सामने रखेंगे। बता दें कि भारद्वाज ने ही असेंबली में ईवीएम जैसी मशीन का डेमो दिया था।
 
उम्मीद है कमीशन पॉजिटिव सोच के साथ काम करेगा
– गोपाल राय ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, ”दुनिया भर में चुनाव सुधार के लिए काम हो रहा है। इलेक्शन कमीशन ने भी इलेक्शन प्रॉसेस में बार-बार उठने वाले सवालों का हल निकाला है। उम्मीद है कि आप के खुलासे के बाद कमीशन पॉजिटिव सोच के काम काम करेगा। 12 मई को ऑल पार्टी मीटिंग में अच्छी चर्चा होगी।”
– राय ने यह भी कहा, “ये मनगढ़ंत बातें हैं कि ईवीएम को टेम्पर (छेड़छाड़) नहीं किया जा सकता है। सदन में सबने देखा कि कैसे ईवीएम टेम्परिंग होती है। ईसी से अपील करते हैं कि अपनी ईवीएम हमें दीजिए। हम अपना मदर बोर्ड लगाएंगे और उसे हैक करके दिखाएंगे। किसी भी पार्टी को जिता देंगे।”
 
आप ने और क्या कहा
– गोपाल राय ने कहा, ”असेंबली में देश ने देखा कि कैसे मशीनों को हैक करते हैं, उसका डिमॉन्स्ट्रेशन किया। यूपी, पंजाब, उत्तराखंड के चुनाव के बाद ये बात पता चला था कि ईवीएम में गड़बड़ी कर वोटों की चोरी हो रही थी। आप ने सवाल उठाया, कुछ लोग कोर्ट गए और पार्टियां राष्ट्रपति से मिलीं।”
– ”मंगलवार को कमीशन कह रहा था कि ये सिर्फ ईवीएम का मॉडल था, असली नहीं। आप जल्द हैकाथन की डेट तय करें, हम असली मशीन को हैक करके दिखाएंगे। जब सिक्युरिटी के लिए ईवीएम रखी जाती है, तो उसमें मदर बोर्ड चेंज करके अपना कोड फीड कर दिया जाता है। डेमो के बाद केजरीवाल ने भी यही बात कही थी। उनकी मांग थी कि इलेक्शन कमीशन हमें अपनी मशीनें दे, 90 सेकंड में उनका मदर बोर्ड बदल देंगे।
 
पहली बार असेंबली मेंEVMका डेमो
– दिल्ली विधानसभा में मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने EVM जैसी दिखने मशीन को हैक करने का डेमो दिया। विधायक सौरभ भारद्वाज इस मशीन को लेकर आए थे।
– उन्होंने कोड के जरिए बीजेपी को वोट ट्रांसफर करके दिखाए। दावा किया कि असली ईवीएम भी ऐसे ही हैक होती हैं। भारद्वाज का दावा है कि 90 सेकंड में मशीन का मदरबोर्ड बदलकर उससे छेड़छाड़ मुमकिन है। ईवीएम का डेमो दिखाने के लिए आप ने जीएसटी पास करने को बुलाए विधानसभा के स्पेशल सेशन का इस्तेमाल किया
 
ईसी ने क्या कहा?
– इलेक्शन कमीशन ने आप के डेमो में किए दावों को सिरे से खारिज कर दिया। और कहा कि EVM का मदरबोर्ड आम आदमी नहीं खोल सकता। जिस मशीन का डेमो दिखाया, वह प्रोग्राम्ड थी। ऐसे नकली गैजेट पर किए कथित डेमो के बहाने लोगों को ईवीएम के खिलाफ बहका नहीं सकते।
 
ईवीएम पर ताजा विवाद कब शुरू हुआ?
– पांच राज्यों में वोटिंग के लिए EVM के इस्तेमाल पर मायावती, हरीश रावत, अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल ने सवाल उठाए। इन राज्यों में से यूपी और उत्तराखंड में बीजेपी को भारी बहुमत मिला है।
– EVM विवाद के बाद इलेक्शन कमीशन ने कहा था- मशीन को दो बार चेक किया जाता है। उसे कैंडिडेट के सामने जांचा और सील किया जाता है। काउंटिंग से पहले भी ईवीएम को कैंडिडेट्स के सामने खोला जाता है।
– बता दें कि 1980 में इलेक्शन कमीशन ने राजनीतिक दलों को EVM दिखाया था। लेकिन 24 साल बाद 2004 के लोकसभा चुनाव में इसका पूरे देश में इस्तेमाल शुरू हो सका। आज तक कोई भी इलेक्शन कमीशन को EVM में हैकिंग के पुख्ता सबूत नहीं दे पाया।

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