अग्निशमन विभाग ने प्रदेश भर में 24 हजार 428 स्थलों को किया सेनेटाइज
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिये जनमानस को तात्कालिक एवं दूरगामी लाभ पहुंचाने के लिए प्रदेश पुलिस की अग्निशमन इकाइयां भी सभी जनपदों में युद्ध स्तर पर सेनेटाइजेशन के कार्य में तत्परता से जुटी हुई है।
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने पुलिस महानिदेषक, फायर सर्विस, आर. के. विश्वकर्मा से मिली जानकारी का विस्तृत ब्यौरा देते हुए आज यहां बताया कि पूरे प्रदेश भर में अब तक कुल 24 हजार 428 स्थलों पर सेनेटाइजेशन का कार्य सफलतापूर्वक किया जा चुका हैं। इसमें हाट स्पाट/संभावित हाट स्पाट 1152, संवेदनशील स्थल 2236, बाजार स्थल 2998, आवासीय स्थल 8341 एवं 9715 अन्य स्थल शामिल है।
पुलिस महानिदेशक, फायर सर्विस ने बताया कि प्रदेश के सभी जनपदों में फायर सर्विस द्वारा कुल सैनेटाइज 24 हजार 428 स्थलों के सम्बन्ध में कुछ प्रमुख जनपदों में से गौतमबुद्धनगर (नोएडा) मे 1248, लखनऊ में 1219, आगरा में 1150, सहारनपुर में 265, मुरादाबाद में 263, मेरठ में 587, कानपुर नगर में 131, फिरोजाबाद में 1101 एवं गाजियाबाद में 1352 स्थलों पर अब तक सैनेटाइजेशन का कार्य किया जा चुका है।
श्री विश्वकर्मा ने बताया कि अत्याधुनिक तकनीकी से सुसज्जित फायर बिग्रेड की 892 गाड़ियां निरंतर सेनेटाइजेशन कार्य में लगी हैं। अग्निशमन विभाग द्वारा अपने कार्यों के अतिरिक्त प्रदेश में पहली बार यह कार्य किया जा रहा है जिसमें सभी हाॅट स्पाॅट चिन्हित स्थलों, अन्य संवेदनशील क्षेत्रों, बाजारों, आवासीय काॅलोनियों तथा अन्य स्थानों यथा मेडिकल काॅलेज, सरकारी अस्पताल, निजी अस्पताल, काॅरेनटाइन कवारंटीकेन्द्रों, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों आदि को प्राथमिकता दी जा रही है।
सेनेटाइजेशन कार्य जिलाधिकारियों के मार्ग दर्शन में स्थानीय निकायों से समन्वय स्थापित करते हुये किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस कार्य में प्रयुक्त किये जाने वाले रसायन सोडियम हाइपो क्लोराइट की मात्रा निर्धारित मानकों के अनुकूल रखने तथा सेनेटाइजेशन के दौरान जरूरी सावधानियों का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। यथा छिड़काव के दौरान यह भी प्रयास किया जा रहा है कि बिजली की वायरिंग एवं अन्य संवेदनशील वस्तुओं को छिड़काव से नुकसान न पहुंचने पाये। अग्निशमन विभाग के कर्मचारी इसके लिए पूर्ण निष्ठा, लगन एवं समर्पण की भावना से जुटे हुए हैं। उत्तर प्रदेश फायर सर्विस के प्रयासों से सेनेटाइजेशन कार्य को और अधिक सृदृढ़ एवं प्रभावी बनाने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है ताकि कोविड-19 के प्रभाव को कम करने में सफलता मिल सकें।