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भोपाल में रूह कंपा देने वाली घटना, 16 साल से अपने ही ससुराल में कैद थी महिला

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक महिला को उसके ही ससुराल में 16 साल तक बंधक बनाकर रखा गया। यह गंभीर मामला तब सामने आया जब महिला के पिता ने पुलिस से इसकी शिकायत की। पुलिस ने महिला की शिकायत मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई की और उसे उसके ससुराल से रेस्क्यू किया। महिला की हालत अत्यंत खराब थी, जिसके कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।

ससुराल वालों ने कई सालों से कैद रखा
यह घटना भोपाल के जहांगीराबाद इलाके की है। महिला के पिता ने पुलिस को सूचना दी कि उनकी बेटी रानू साहू को उसके ससुराल वालों ने कई सालों से कैद रखा है। महिला थाना पुलिस ने बिना समय गंवाए कोली मोहल्ले में पहुंचकर रेस्क्यू किया। वहां पर रानू बेहद गंभीर अवस्था में पलंग पर पड़ी मिली। पुलिस ने बताया कि रानू बोलने की स्थिति में नहीं थी। रेस्क्यू के तुरंत बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस का कहना है कि रानू की हालत में सुधार होने पर उसके बयान लिए जाएंगे, जिससे ससुराल पक्ष के खिलाफ कार्रवाई की जा सकेगी।

पिता की मदद की अपील
महिला के पिता किशन लाला साहू, जो नरसिंहपुर जिले के निवासी हैं, ने पुलिस को आवेदन देकर अपनी बेटी के रेस्क्यू की मदद मांगी थी। उन्होंने बताया कि रानू की शादी 2006 में हुई थी, लेकिन 2008 के बाद से ससुराल वालों ने उनसे मिलने नहीं दिया। महिला के बच्चों को भी ससुराल वालों ने उससे दूर कर दिया था, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। पड़ोसियों ने रानू की दुर्दशा देखी और इसके बारे में महिला के पिता को जानकारी दी।

गंभीर हालत में महिला का रेस्क्यू
जब पुलिस कोली मोहल्ले में पहुंची, तो वहां की गलियां बेहद संकरी थीं। पुलिस ने तीसरी मंजिल पर जाकर रानू को गंभीर हालत में पाया। उसकी स्थिति देखकर सभी दंग रह गए। 16 साल के बंधक जीवन ने रानू को बहुत कमजोर बना दिया था। वह इतनी दुबली-पतली हो गई थी कि उसकी चमड़ी हड्डियों से चिपक गई थी। उसकी यह दयनीय स्थिति उस लंबे समय के उत्पीड़न की कहानी बयां कर रही थी।

जीवन की आशंका
अगर पुलिस समय पर रेस्क्यू नहीं करती, तो रानू की जान भी जा सकती थी। फिलहाल, उसे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है, और उसकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। यह घटना न केवल परिवार के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि ऐसे मामलों में हमें सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है।

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