बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य के नाम पर केजरीवाल ने मांगा एक मौका, बोले- प्रदेश के 55 स्कूलों में शून्य रिजल्ट रहा
हमीरपुर : आम आमदी पार्टी ने हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने हमीरपुर में शिक्षा संवाद कार्यक्रम के बहाने लोगों को साधने का प्रयास किया। अरविंद केजरीवाल ने बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर एक मौका मांगा। उन्होंने हिमाचल के लोगों को एक बार दिल्ली आकर व्यवस्था देखने का भी न्योता दिया। हिमाचल की जनता के भविष्य के लिए एक बार मौका दें। उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा का बुरा हाल है। पहली से पांचवी कक्षा तक के स्कूलों में एक अध्यापक बच्चों को पढ़ा रहा है। उन्होंने कहा आठवीं तक भी कई ऐसे स्कूल है, जहां पर शिक्षा का स्तर बहुत ही कमजोर है। स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई बहुत ही चिंताजनक है।
उन्होंने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकना होगा। कांग्रेस की हिमाचल में 30 वर्ष तक सरकार रही लेकिन सरकारी स्कूलों का ढांचा बद्तर ही रहा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों का परिणाम जब देखा गया तो उसमें 55 स्कूल स्कूल ऐसे पाए गए जिनमें एक भी बच्चा पास नहीं हुआ है। उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश में इस बार केजरीवाल की सरकार बनाएं, ताकि शिक्षा के स्तर में सुधार के साथ बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो और गरीब भी अपने बच्चों को अच्छे स्कूलों में पढ़ा सकें। उन्होंने कहा दिल्ली की तुलना में हिमाचल प्रदेश में स्कूलों की स्थिति बहुत खराब है और अध्यापकों के पद खाली होने के कारण शिक्षा का स्तर गिरा हुआ है। केजरीवाल ने कहा दिल्ली सरकार के स्कूल बहुत बेहतर है उसी तर्ज पर हिमाचल प्रदेश में भी स्कूलों का स्तर ऊंचा किया जाएगा। स्कूली बच्चों के अभिभावकों ने केजरीवाल व पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से हिमाचल में शिक्षा के स्तर में सुधार लाने का आग्रह किया, ताकि यहां पेपर लीक जैसी घटनाएं न हो सकें। अभिभावकों ने कहा प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक होने से ईमानदार और होशियार अभ्यर्थी चूक जाते हैं।