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यूपी में दो करोड़ डाउनलोड हुआ आरोग्य सेतु ऐप, 82 में संक्रमण की मिली जानकारी

मुख्यमंत्री के निर्देश, प्रतिदिन दस हजार तक पहुंचाई जाए टेस्टिंग की क्षमता

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में ‘आरोग्य सेतु ऐप’ डाउनलोड करने वालों की संख्या करीब दो करोड है और इस ऐप के माध्यम से 82 लोगों के कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त होने की जानकारी मिली जबकि 45 लोग पूर्णतया उपचारित हो चुके हैं और 1079 लोग पृथकवास में हैं। वहीं दूसरी ओर प्रदेश में अब तक कोविड-19 संक्रमण की वजह से 152 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कुल 3335 लोग उपचारित हो चुके हैं। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि अगले तीन-चार दिन में हमारी टेस्टिंग की क्षमता दस हजार तक पहुंच जाए।

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को बताया कि आरोग्य सेतु ऐप का निरंतर प्रयोग किया जा रहा है। इससे काफी लाभ मिल रहा है। प्रदेश में इस ऐप को बडी संख्या में लोगों ने डाउनलोड किया है। संख्या दो करोड पहुंचने वाली है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार तक जिन्हें एलर्ट आये, उन्हें स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण कक्ष से फोन किया गया। अब तक 30,994 लोगों को फोन किया गया है।

इनमें से 82 लोगों ने बताया कि वे संक्रमित हैं और विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। 45 ने बताया कि वे संक्रमित थे लेकिन अब पूर्णतया उपचारित होकर घर आ गये हैं। कुल 1079 लोगों ने बताया कि वे क्वारेंटाइन हैं। उन्होंने बताया कि देश के अन्य प्रदेशों से बहुत बडी संख्या में प्रवासी श्रमिक एवं कामगार उत्तर प्रदेश आ रहे हैं। आशा कार्यकर्ताओं ने घर घर जाकर सात लाख 44 हजार 821 प्रवासी कामगारों का सर्वेक्षण किया। इनमें से 844 लोगों में कोरोना से जुडे लक्षण पाये गये तो उनके नमूने लेकर जांच करायी जा रही है।

प्रमुख सचिव ने बताया कि प्रवासी कामगारों की थर्मल स्क्रीनिंग के बाद अगर लक्षण नहीं मिला तो उन्हें 21 दिन के लिए घर पर पृथकवास में भेजा जा रहा है। अगर लक्षण मिला तो उन्हें रोककर जांच करायी जा रही है। उनमें यदि संक्रमण पाया गया तो चिकित्सालय में उपचार के लिए भेजा जा रहा है अन्यथा सात दिन तक पृथकवास केन्द्र पर रखने के बाद 14 दिन के लिए घर पर ही पृथकवास में भेजा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि घर पर पृथकवास में रह रहे प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों पर ग्राम निगरानी समितियों और मोहल्ला निगरानी समितियों का नजर रखना काफी महत्वपूर्ण है। उन्हें सुनिश्चित करना है कि होम क्वारेंटाइन’ का सख्ती से पालन हो रहा है। अगर हमने यह कार्य गंभीरता के साथ किया और प्रवासी कामगारों ने अपने सामाजिक दायित्व का वहन किया तो संक्रमण को नियंत्रित करने में सफल हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लक्ष्य दिया है कि अगले तीन-चार दिन में हमारी टेस्टिंग की क्षमता दस हजार तक पहुंच जाए।

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