दौड़ती-भागती भरी जिंदगी में हम कई बार सुबह का नाश्ता करना भूल जाते हैं. लेकिन ऐसा करना हमारी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है. सुबह का नाशता हमारे शरीर को चुस्त और दुरुस्त रखने के लिए जरुरी है. अगर हम इसमें जरा भी लापरवीही दिखाते हैं तो इससे हमारे दिमाग पर बुरा असर पड़ सकता है. न डैमेज होना एक चोट है जो मस्तिष्क कोशिकाओं के विनाश का कारण बनती है. जब आपका मस्तिष्क जो आपके शरीर का नियंत्रण केंद्र है क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो आपके विचार, स्मृति, संवेदना और यहां तक कि व्यक्तित्व भी गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है. आइए जानते हैं कि क्या है असल बात…
नमक का ज्यादा सेवन
जामा न्यूरॉलजी के जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक नमक का अधिक सेवन हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम को बढ़ा सकता है, जिसके परिणामस्वरूप याददाश्त में कमी और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है. स्ट्रोक का एक उच्च जोखिम आपके मस्तिष्क को काफी गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है.
ब्रेकफस्ट न करना
शोध बताते हैं कि ब्रेकफस्ट स्किप करना आपके मस्तिष्क को पर्याप्त पोषक तत्व प्राप्त करने से रोकता है, संज्ञानात्मक कार्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. यह मस्तिष्क को विनियमित करने से रोकता है, यह ब्रेन डैमेज की संभावना को बढ़ाता है.
मोबाइल का अधिक यूज
शोधकर्ताओं ने पुरुषों में नींद की गड़बड़ी और अवसादग्रस्तता लक्षणों के लिए उच्च मोबाइल फोन के उपयोग को जोड़ा है. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) द्वारा किए गए एक अध्ययन में मोबाइल फोन विकिरण के लंबे समय तक संपर्क में रहने पर ब्रेन ट्यूमर का खतरा बढ़ सकता है.
नींद की कमी
WHO द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि नींद की कमी से मस्तिष्क को नुकसान हो सकता है और इसके परिणामस्वरूप प्रारंभिक स्मृति हानि या अल्जाइमर रोग हो सकता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नींद मस्तिष्क को विषाक्त पदार्थों को साफ करने की अनुमति देती है जो कि जागने के घंटों के दौरान बन सकते हैं.