अपनी संस्कृति, परम्परा और आतिथ्य सत्कार से इंदौर दुनिया का दिल जीतेगाः शिवराज
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि इंदौर (Indore) अब सिर्फ मेरे ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के सपनों का शहर है। इंदौर में चार महत्वपूर्ण कार्यक्रम होंगे। इनमें प्रवासी भारतीय सम्मेलन (Pravasi Bhartiya Sammelan), इन्वेस्टर्स समिट (investors summit), जी-20 की बैठकें और खेलों इंडिया जैसे आयोजन शामिल हैं। इंदौर को मेहमाननवाजी का बेहतर अवसर मिला है। इस दुर्लभ अवसर से चूके नहीं, व्यवस्थाओं और स्वागत-सत्कार से अतिथियों के दिलों में ऐसी यादगार छाप छोड़ें, जिसे यहाँ आने वाले लोग कभी नहीं भूल पायें। मुझे विश्वास है कि इंदौर दुनिया का दिल जीतेगा।
मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार शाम को इंदौर में प्रबुद्ध नागरिकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इण्डोनेशिया में देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर आने का न्यौता दिया। विश्व में देश का नाम बढ़ाने वाले अतिथि इंदौर में आ रहे हैं। हमारा फर्ज बनता है कि हम उनके स्वागत-सत्कार में कोई कमी नहीं रखें। मेहमान जो हमारा होता है, वह जान से प्यारा होता है। अतिथि देवो भव:, हमारी परम्परा है। इस परम्परा के अनुरूप आयोजन को अविस्मरणीय बनाएं।
दरअसल, इंदौर में अगले जनवरी माह में होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियाँ जारी है। इन्हीं तैयारियों के संबंध में मुख्यमंत्री चौहान ने मंगलवार शाम को इंदौर के प्रबुद्ध नागरिकों, व्यापारिक, औद्योगिक, धार्मिक तथा सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से दोनों आयोजन को भव्य और यादगार बनाने के लिये संवाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह इंदौर ही नहीं बल्कि पूरे मध्यप्रदेश के लिए एक गौरवशाली आयोजन है और इसमें आप सब सक्रिय रूप से सहभागी बने।
मुख्यमंत्री ने इंदौरवासियों से इन आयोजन में सक्रिय भागीदार बन कर दुनिया को इंदौर की संस्कृति, जीवन-मूल्य और परम्परा का बेहतर उदाहरण दिखाएं। उन्होंने कहा कि प्रशासन, आयोजन से जुड़े विभिन्न संगठन, संस्थाएँ हर सप्ताह अपने-अपने स्तर पर तैयारियों की समीक्षा करें। उन्होंने आग्रह किया कि अतिथियों को ग्रामीण परिवेश का अनुभव भी करायें। मुख्यमंत्री ने अतिथियों को घरों में ठहराने की पहल का स्वागत किया और कहा कि यह एक अभिनव पहल है। इस पहल से इंदौर दुनिया के सामने एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करेगा।
विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने उनके द्वारा की जाने वाली व्यवस्थाओं की जानकारी दी। साथ ही आयोजन को भव्य और यादगार बनाने के लिये सुझाव भी दिये। कार्यक्रम में संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायकगण सहित अन्य जन-प्रतिनिधि मौजूद रहे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में आने वाले अतिथियों का स्वागत हम पलक-पावड़े बिछाकर करेंगे। दोनों आयोजन मध्यप्रदेश और इंदौर की ब्रांडिंग के उम्दा अवसर बनेंगे। हम परिवार-भाव से सभी का स्वागत और अभिनन्दन करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार शाम को इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस और जीआईएस के आयोजनों की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने की गई व्यवस्थाओं और योजना की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समूचे आयोजन में इंदौर के नागरिकों की सक्रिय सहभागिता और जन-प्रतिनिधियों के समन्वय से हम इसे एक अविस्मरणीय आयोजन बनाएंगे। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर मध्यप्रदेश की विशेषताओं को प्रमुखता से उजागर किया जाये। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने स्मारिका के प्रकाशन का सुझाव दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि “एक जिला-एक उत्पाद” में चयनित उत्पादों का गिफ़्ट पैक भी अतिथियों को दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की प्रमुख विशेषताओं माँ नर्मदा और यहाँ की पुरातन विरासत का प्रदर्शन भी किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने इंदौर के आस-पास के पर्यटन-स्थलों के पहुँच मार्ग की भी जानकारी ली और उन्हें समय रहते पूरी तरह दुरूस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि होम-स्टे के लिए प्रस्तावित घरों को प्रशासन की टीम जाकर देख ले और भली भाँति तस्दीक कर ले कि वे अतिथियों के लिए उपयुक्त हों।
बैठक में संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव एवं अन्य जन-प्रतिनिधि ने अपने सुझाव रखे। अपर मुख्य सचिव प्रवासी भारतीय विभाग मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव मनीष सिंह, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, कलेक्टर इलैया राजा टी, पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।