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किम जोंग की मिसाइल दक्षिण कोरिया के समीप गिरी, बढ़ा तनाव, जवाबी कार्रवाई की तैयारी

सोल : उत्तर कोरिया ने बुधवार को फिर दक्षिण कोरिया की ओर रुख कर मिसाइलें दागीं। इसे देखते हुए दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक बैठक बुलाई है। उन्होंने उल्लुंगडो द्वीप के लोगों से निकटतम बंकरों में जाने का और सेना को तत्काल जवाब देने का निर्देश दिया है। उत्तर कोरिया के रवैये को हाल के वर्षों में सबसे आक्रामक बताया जा रहा है।

उत्तर कोरिया के सैन्य शासक किम जोंग उन के आदेश पर बुधवार को बैलेस्टिक मिसाइल समेत कई तरह की 10 मिसाइलें दागी गईं। इसके बाद दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि एक बैलिस्टिक मिसाइल पहली बार हमारे समुद्री क्षेत्र के करीब गिरी। दक्षिण कोरिया के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने कहा कि उल्लुंगडो द्वीप पर हवाई हमले की चेतावनी जारी की गई। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने उत्तर कोरिया को तत्काल जवाब देने का निर्देश दिया है, इसलिए द्वीप के लोगों से उन्होंने बंकरों में जाने का निर्देश दिया।

दक्षिण कोरिया की सेना ने उत्तर कोरिया के इस मिसाइल हमले को हाल के वर्षों का सबसे ज्यादा आक्रामक व उकसाने वाला करार दिया है। दोनों देशों के बीच समुद्री सीमाओं व अन्य बातों को लेकर लंबे समय से विवाद है। एक बैलेस्टिक मिसाइल विवादित क्षेत्र में दागे जाने की खबर है।

संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के निदेशक कांग शिन-चुल ने कहा कि उत्तर कोरियाई मिसाइल लांच बहुत असामान्य और अस्वीकार्य है। कोरिया के विभाजन के बाद यह पहला मौका है, जब उत्तरी सीमा रेखा के दक्षिण में दक्षिण कोरियाई समुद्री क्षेत्र के करीब मिसाइल फेंकी गई है। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया ने पूर्वी सागर की ओर कम दूरी की तीन बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं।

जापान ने भी उत्तर कोरियाई बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपण की पुष्टि की है। इसके साथ ही उसने अपने तटरक्षक बल को सतर्क रहने को कहा है। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि हम कोरियाई प्रायद्वीप में बढ़ते तनाव को देखते हुए जल्द से जल्द एक राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक आयोजित करना चाहता हूं।

किम जोंग उन ने यह मिसाइल दक्षिण कोरिया और अमेरिका द्वारा किए जाने वाले अपने सबसे बड़े साझा हवाई अभ्यास के बीच किया है। इस अभ्यास को ‘विजिलेंट स्टॉर्म’ नाम दिया गया है। इसमें दोनों देशों के सैकड़ों विमान शामिल होंगे। इसे लेकर उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया को एक भयानक अंजाम भोगने की चेतावनी दी है।

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