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हरियाणा में होगा सबसे हल्की बुलेट प्रूफ जैकेट का निर्माण : दुष्यंत चौटाला

चंडीगढ़। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में उद्योगों को सर्वोत्तम पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हरियाणा कई विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम कर रहा है। डिप्टी सीएम चंडीगढ़ में सीआईआई की नार्थ जॉन रीजनल कॉउन्सिल की छठी बैठक में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा सरकार गुरुग्राम में ग्लोबल सिटी, एकीकृत मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स हब नारनौल में, इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर IMT सोहना में और हिसार में इंटीग्रेटेड एविएशन हब बना रही है। उन्होंने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग-2020 में हरियाणा देश में टॉप अचीवर राज्य है। इस वर्ष भी हमारा लक्ष्य ईओडीबी रैंक में शीर्ष स्थान बनाए रखना है।

डिप्टी सीएम ने उद्योगपतियों को हरियाणा में निवेश करने का न्यौता देते हुए कहा कि हरियाणा अवसरों और उद्यमों की भूमि है। वर्ष 1966 में गठन के समय हरियाणा कृषि प्रधान राज्य था। वहीँ अब औद्योगिक रूप से विकसित राज्यों में से एक है। उन्होंने बताया कि हाल ही में मिश्र धातू निगम लिमिटेड (मिधानी) हैदराबाद ने रक्षा और सशस्त्र पुलिस बलों की परिचालन आवश्यकता को पूरा करने के लिए आईएमटी रोहतक में 10 एकड़ में फैली अपनी नई आर्मरिंग यूनिट की स्थापना की है। मिधानी उद्योग हरियाणा में अपना विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने वाला पहला रक्षा पीएसयू है जो सुरक्षा बलों के लिए लगभग सभी प्रकार के बख्तरबंद उत्पादों का उत्पादन करेगा। यह भाभा कवच-भारत के सबसे हल्के बुलेट प्रूफ जैकेट का निर्माण करेगा।

दुष्यंत चौटाला ने यह भी बताया कि हरियाणा में मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड से 20,000 करोड़ रुपए का बड़ा निवेश हुआ है। जिसमें कंपनी खरखौदा में 2 पहिया और 4 पहिया वाहनों का निर्माण करेगी। ग्रासिम इंडस्ट्रीज 1100 करोड़ रुपए के निवेश के साथ पानीपत में एक पेंट निर्माण इकाई स्थापित कर रही है। एटीएल बैटरी ने IMT सोहना में 7000 करोड़ रुपए के निवेश के साथ अपनी निर्माण इकाई का निर्माण शुरू किया है। इसके साथ ही और भी कई निवेशों के साथ हरियाणा देश का शीर्ष निवेश गंतव्य बना है।

उन्होंने बताया कि हरियाणा भारत की आबादी का सिर्फ 2 प्रतिशत है। लेकिन जीएसटी राजस्व में 6.5 प्रतिशत योगदान देता है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में 15-59 वर्ष के कामकाजी आयु वर्ग की 65 प्रतिशत आबादी के साथ प्रचुर मात्रा में जनशक्ति है। उन्होंने उद्योगपतियों को हरियाणा की उद्योग के क्षेत्र में तैयार की गई विभिन्न पॉलिसी के बारे में जानकारी देते हुए अधिक से अधिक निवेश करने का निमंत्रण दिया।

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