टॉप न्यूज़राष्ट्रीय

MP: कमरा नंबर 213 और 319 में रची जा रही थी सैकड़ों लोगों की जान लेने की साजिश

एजेन्सी/  room-door-demoउज्जैन में सिंहस्थ के दौरान विस्फोट करने की आतंकियों की साजिश नाकाम होने और तीन आतंकियों के पकड़े जाने के बाद कई हैरान करने वाले खुलासे हो रहे हैं. ये आतंकी कई महीनों से उज्जैन में रह कर ही सैकड़ों लोगों की जान लेने की साजिश रच रहे थे और किसी को इसके बारे में पता तक नहीं चला. वहीं अब ये भी कहा जा रहा है कि अभी भी खतरा कम नहीं हुआ है क्योंकि उज्जैन में सिमी संगठन ने अपनी जड़े जमा ली हैं.

एमपी एटीएस ने उज्जैन के एक हॉस्टल से विस्फोटक का जखीरा बरामद करने के बाद सिमी संगठन से जुड़े तीन युवकों को कस्टडी में ले लिया है. सिमी आतंकियों से पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो रहे हैं. सूत्रों पर यकीन करें तो आतंकी सिंहस्थ से ठीक पहले 27 मार्च को अखाड़ों की पेशवाई में बम ब्लास्ट करने वाले थे.

बताया जाता है कि गिरफ्त में आया एक आतंकी बीते छह महीने से हॉस्टल के कमरा नंबर 213 में रूका था, जबकि दूसरा आतंकी बीते तीन महीने से कमरा नंबर 319 में रूका था. वहीं तीसरे तंकियों को हॉस्टल से पकड़े गए दो आतंकियों की निशानदेही पर गिरफ्तार किया गया. जबकि हॉस्टल के कमरा नंबर 212 में रूका आतंकी अब भी फरार है. ये वही आतंकी है जिसके कमरे से विस्फोटक का जखीरा मिला था.

कोई इंजीनियर तो कोई कर रहा था नौकरी

पकड़े गए सभी आतंकी पढ़े-लिखे हैं. जिनमें से एक उज्जैन से इंजीनियरिंग कर रहा था, जबकि दूसरा प्राइवेट नौकरी के साथ पढ़ाई कर रहा था. सूत्रों पर यकीन करे, तो सोशल मीडिया के जरिए सिमी संगठन ने उज्जैन में अपनी जड़े जमा ली है. जिसके बाद अब एमपी पुलिस और एटीएस

के सामने सबसे बड़ी चुनौती आतंकियों की इन जड़ों को खत्म करने की है. जिसके लिए एमपी एटीएस और एनआईए की टीम अब उज्जैन में सिमी के नेटवर्क की जांच में करने में जुट गई है.

Related Articles

Back to top button