मध्य प्रदेशराज्य

MP: राहुल गांधी से दो कुर्सी छोड़कर बैठे कमलनाथ, भारत जोड़ो न्याय यात्रा पहुंची मुरैना

मुरैना : सांसद और कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ मध्यप्रदेश में प्रारंभ हो गई है। उन्होंने राजस्थान के धौलपुर से मुरैना जिले की सीमा पार की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी उनके साथ गाड़ी में मौजूद हैं। राहुल गांधी के पहुंचने से पहले ही मुरैना में सभास्थल भरा था, और सभास्थल के बाहर हजारों की संख्या में उनके समर्थक मौजूद थे, जो उन्हें सुनने के लिए उत्सुक थे। मुरैना के पिपरई में राहुल गांधी की सभा के मंच पर पूर्व सीएम कमलनाथ भी मौजूद हैं। उनकी कुर्सी राहुल गांधी की कुर्सी से दो कुर्सी छोड़कर लगाई गई है। मंच पर मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रभारी जितेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गेहलोत भी मौजूद हैं।

राहुल गांधी डॉ भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने भारत जोड़ो यात्रा भी निकाली थी, जिसमें हजारों लोग हमारे साथ चले। उन्होंने बताया कि देश में बीजेपी और आरएसएस नफरत, हिंसा और डर फैला रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि देश में अलग-अलग तरीके के अन्याय हो रहे हैं। उन्होंने अपनी पहली यात्रा को “भारत जोड़ो यात्रा” के नाम से शुरू किया था। दूसरी यात्रा में उन्होंने “न्याय” के शब्द को जोड़ दिया। उन्हें लोगों ने बताया कि अलग-अलग तरीके के अन्याय हो रहे हैं। युवा बेरोजगार हैं और किसानों को सही मुआवजा नहीं मिल रहा है।

राहुल ने अपनी यात्रा में बताया कि उन्होंने “भारत जोड़ो यात्रा” भी निकाली थी, जिसमें हजारों लोग उनके साथ चले थे। उन्होंने कहा कि देश में बीजेपी और आरएसएस नफरत, हिंसा और डर फैला रहे हैं। उन्हें लगा कि विपक्ष की बात मीडिया में पहुंचती नहीं है, इसलिए वे सीधे जनता के बीच जाकर अपनी बात रखने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि इसीलिए आजादी के बाद किसी पार्टी ने शायद ही किसी चार हजार किलोमीटर की यात्रा की हो।

कमलनाथ ने सभा को संबोधित करते हुए यह कहा कि चुनाव देश, नौजवानों, और किसानों के भविष्य का चुनाव है। उन्होंने लोगों से सच्चाई का साथ देने की अपील की। राहुल गांधी की यात्रा का संदेश वास्तव में प्यार, मोहब्बत, और शांति की बातों पर ही आधारित है। उनका मुख्य उद्देश्य देश के नागरिकों को एकजुट करना, सामाजिक न्याय को प्रोत्साहित करना, और समृद्धि के लिए सामूहिक प्रयास करना है। वे देश की संस्कृति में प्यार और सद्भावना को महत्व देते हैं और लोगों को इसी मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं।

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