मध्य प्रदेशराज्य

MP : सांसद साध्वी प्रज्ञा ने कहा गरबा पंडालो में मुस्लिम समुदाय का प्रवेश वर्जित हो

भोपाल : इस समय शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. माता रानी की झांकियां गांव शहरों में सजाई गई है. वहीं झांकियों के पास गरबे का भी आयोजन किया जा रहा है.

कोरोना (Corona) महामारी के 2 साल बाद गरबे के आयोजन को लेकर बेसब्री से सभी को इंतजार था. वहीं मध्य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh government) ने गरबा पंडालों को लेकर सख्त निर्देश भी जारी कर दिए. गरबा पंडालों में एंट्री से लेकर सुरक्षा तक के लिए जिला प्रशासन ने गाइडलाइ जारी कर दी है. सीसीटीवी कैमरे की अनिवार्यता के साथ पहली बार आग बुझाने के इंतजाम भी पंडालों में दिखाई दे रहा है.

इसी बीच अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाली बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा (BJP MP Sadhvi Pragya) ने गरबा पंडाल को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा है ”गरबा पंडालों में मुस्लिम समुदाय के लोगों को वहां पर जाने नहीं दिया जाए हम हमारी पूजा पद्धति को शुद्ध रखना चाहते हैं. उन्होंने इसको लेकर आपत्ति जताई है.” साध्वी प्रज्ञा ने कहा- उनकी दुकानें भी नहीं लगनी चाहिए. इस बयान के बाद से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

वहीं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने यह भी कहा कि गरबा पंडालों में देवी आराधना से जुड़े अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जा रहे हैं वहां बिना आईडी कार्ड के एंट्री नहीं दी जाएगी. इसकी जांच की पूरी जिम्मेदारी आयोजन समिति को सौंपी गई है.

बता दें कि भोपाल में करीब 500 से अधिक जगह झांकियां सजाई गई हैं. इस दौरान गरबा और सांस्कृतिक आयोजन भी किए जा रहे हैं. इस पूरे बयान के बाद कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है ”आरएसएस प्रमुख मस्जिद इमाम से मिलने जाये, मदरसे जाये. पीएम मोदी के साथ घर पर अब्बास रहे, उनकी माताजी ईद पर उसके लिये पकवान बनाये. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजान के वक़्त अपना भाषण रोक दें. साध्वी को सबसे पहले इन लोगों का विरोध का साहस दिखाना चाहिये फिर नफ़रत का ज़हर घोलना चाहिये.

सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने पीएफआई के बैन को लेकर पूछे सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साधा। सांसद ने कहा कि भोपाल लोकसभा का चुनाव हार चुके व्यक्ति जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक की तुलना पीएफआई से करते हैं तो यह उनका मानसिक दिवालियापन है। उन्हें अपने रक्त की जांच करवानी चाहिए। सांसद ने कहा कि उज्जैन, इंदौर तक लोग पकड़े गए हैं। पूरे देश में पीएफआई के लोगों ने हंगामा मचा रखा है। इससे बड़ा दुर्भाग्य नहीं हो सकता। पीएफआई के लोग नहीं सुधरे तो आजीवन बैन लग जाएगा।

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