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नरेंद्र गिरि सुसाइड केस: गुरु और शिष्य के बीच सीबीआई को उस तीसरे की तलाश, जो दोनों का था करीबी

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व बाघमबारी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि की मौत में सीबीआई जांच शुरू हो चुकी है. शक के दायरे में आए आनंद गिरि समेत तीनों आरोपियों से सीबीआई अगले 7 दिनों तक पूछताछ भी करेगी. लेकिन इन सब के बीच महंत नरेंद्र गिरि की मौत का हरिद्वार कनेक्शन सबसे अहम है. बड़ा सवाल हरिद्वार के उस शख्स का है जिसका जिक्र नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में किया. गुरु और शिष्य के बीच यह तीसरा कौन था जो आनंद गिरि की साजिश को गुरु तक पहुंचा रहा था और इस तीसरे शख्स को इससे क्या नफा नुकसान होना था.

बाघमबारी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि के 13 पेज के सुसाइड नोट में किसी कंप्यूटराइज अश्लील फोटो से परेशान करने की बात कही गई थी. अपने सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरि ने लिखा कि …आज जब हरिद्वार से सूचना मिली कि एक-दो दिन में आनंद गिरि कंप्यूटर के माध्यम से किसी लड़की या महिला के साथ गलत काम करते हुए फोटो वायरल कर देगा, मैंने सोचा कहां-कहां सफाई दूंगा.

सुसाइड नोट के अनुसार उस व्यक्ति की नरेंद्र गिरि से सोमवार को घटना से पूर्व बातचीत हुई. हरिद्वार के रहने वाले इस शख्स ने ही हरिद्वार के आश्रम में रह रहे आनंद गिरि के साजिश की जानकारी प्रयागराज में महंत नरेंद्र गिरि को दी. मेरी बेटी महंत नरेंद्र गिरि को आनंद गिरि की पल-पल की जानकारी साझा कर रहा था. सीबीआई अब उस शख्स तक पहुंचने के लिए नरेंद्र गिरि के दोनों मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल खंगाल चुकी है. वहीं आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी के कॉल डिटेल की भी जांच हो रही है.

मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई ने ब्लैकमेलिंग पर तफ्तीश शुरू कर दी है जो अब उस फोटो या वीडियो को तलाश रही है जिससे महंत नरेंद्र गिरि को ब्लैकमेल किया जा रहा था. जिसके वायरल होने का डर महंत नरेंद्र गिरि को सता रहा था, आखिर वह तस्वीर, वीडियो कहां है? किसके पास है? सीबीआई अब तीनों आरोपियों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के दौरान इसी फोटो वीडियो पर पूछताछ करेगी. हालांकि प्रयागराज एसआईटी ने भी आनंद गिरि से पूछताछ की तो आनंद गिरि ने ऐसे किसी भी वीडियो या फोटो के होने से ही मना कर दिया था. हालांकि सीबीआई आनंद गिरि के मोबाइल और लैपटॉप की भी जांच करेगी उसके डिलीट किए गए डाटा को रिकवर भी किया जाएगा.

अब सवाल यही है कि आखिर वह तीसरा शख्स कौन था जो गुरू नरेंद्र गिरि और शिष्य आनंद गिरी दोनों का बेहद करीबी था. दोनों का विश्वासपात्र था. जिसको आनंद गिरि के ब्लैकमेलिंग का गेम प्लान भी पता था और जिस पर नरेंद्र गिरि भी भरोसा करते थे. आखिर यह तीसरा शख्स कौन है? इस तीसरे शख्स की कॉल के बाद महंत नरेंद्र गिरि ने किस किस को कॉल किया? क्या बात की? इसे खंगालते हुए 4 नंबर सीबीआई के रडार पर आएं हैं, जिनसे नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या करने से पहले आखरी बार बात की थी.

फिलहाल सीबीआई को तीनों आरोपियों की 7 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर पूछताछ, महंत नरेंद्र गिरि और तीनों आरोपियों के मोबाइल लैपटॉप, सीसीटीवी, केडिया, डीवीआर का डाटा भी खंगालेगी. सीबीआई अपने साथ डाटा रिकवरी एक्सपोर्ट को साथ लाई है. उम्मीद है रिजल्ट सीबीआई ना सिर्फ इस तीसरे शख्स तक पहुंचेगी बल्कि उस फोटो और वीडियो को भी हासिल कर लेगी जिसके वायरल होने का डर महंत नरेंद्र गिरि को सता रहा था और उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया.

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