निगार सुल्ताना ‘मुगल-ए-आजम’ में बहार के किरदार में नजर आई थीं
मुंबई : हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में एक ऐसी मूवी रिलीज हुई थी, जिसे 62 साल बाद भी लोग याद कर तारीफ किए बिना रह नहीं पाते। इस फिल्म ने दिलीप कुमार, मधुबाला, पृथ्वीराज कपूर और दुर्गा खोटे सहित कई कलाकारों को हमेशा-हमेशा के लिए अमर बना दिया। इस फिल्म में एक और एक्ट्रेस थीं, जिनका नाम था निगार सुल्ताना, जिस पर सभी दिल हार बैठे थे। लोगों ने ये तक कह दिया था कि वो मधुबाला और ऐश्वर्या राय बच्चन से भी ज्यादा खूबसूरत थीं। उनकी सुंदरता ने ‘मुगल-ए-आजम’ के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के.आसिफ का भी मन मोह लिया था और दोनों ने शादी भी कर ली थी, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि एक एक्टर संग निगार का नाम ऐसा जुड़ा कि पाकिस्तान में दोनों के अफेयर के चर्चे खूब उड़े थे।
सबसे पहले जान लेते हैं निगार सुल्ताना के बारे में। निगार का जन्म 21 जून 1932 को हैदराबाद में हुआ था। वो पांच लोगों के परिवार में सबसे छोटी बेटी थीं। उनके दो भाई और दो बहनें थीं। उन्होंने अपना बचपन हैदराबाद में बिताया, जहां उनके पिता निजाम स्टेट आर्मी में मेजर पद पर थे। वो कुछ समय के लिए स्कूल गई थीं और बाद में घर पर ही पढ़ाई की। उन्होंने स्कूल में एक इवेंट में ड्रामा में पार्टिसिपेट किया था और इसके बाद उन्हें एक्टिंग में दिलचस्पी आई।
Nigar Sultana को उनके पिता के दोस्त जगदीश सेठी ने पहला रोल ऑफर किया था। वो मोहन भवनानी के साथ मिलकर एक फिल्म बना रहे थे, जिसमें निगार ने एक्टिंग की। उन्होंने 1946 में ‘रंगभूमि’ से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा। राज कपूर की ‘आग’ हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में उनका बड़ा ब्रेक रहा। फिर वो कई फिल्मों में नजर आईं। फिर उन्होंने ‘मुगल-ए-आजम’ में दरबारी डांसर बहार का किरदार निभाया, जो राजकुमार सलीम (दिलीप कुमार) और अनारकली (मधुबाला) की मोहब्बत से नफरत करती थी। उनके गाने ‘तेरी महफिल में’ और ‘जब रात हो ऐसी मतवाली’ उन पर फिल्माए गए। वो ‘पतंगा’, ‘दिल की बस्ती’, ‘शीश महल’, ‘खेल’ और ‘मिर्जा गालिब’ सहित तमाम फिल्मों में नजर आईं। वो 50 के दशक में बेहद एक्टिव रहीं। उनकी आखिरी हिंदी मूवी Jumbish थी, जो 1986 में रिलीज हुई थी।
निगार सुल्ताना बेइंतहा खूबसूरत थीं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत से लेकर पाकिस्तान तक उनकी फैन फॉलोइंग थी। आपको जानकर हैरानी होगी कि पाकिस्तानी एक्टर दर्पण कुमार संग उनका नाम जुड़ा था। इसके बाद 1959 में निगार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस अफवाह को सिरे से खारिज करना पड़ा था कि उन्होंने पाकिस्तानी एक्टर से शादी की है।
इसके बाद निगार ने ‘मुगल-ए-आजम’ के प्रोड्यूसर-डायरेक्टर के.आसिफ से शादी की थी। इनकी शादीशुदा जिंदगी में सबकुछ अच्छा चल रहा था। इनकी एक बेटी भी हुई, जिसका नाम हिना रखा, लेकिन एक दिन तब सबकुछ बदल गया, जब आसिफ को दिलीप कुमार की छोटी बहन अख्तर से प्यार हो गया।
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की बेहतरीन फिल्मों में शुमार ‘मुगल-ए-आजम’ के प्रोड्यूसर और डायरेक्टर के. आसिफ ने चार शादियां की थीं। उनकी पहली वाइफ को घरवालों ने चुना था। भले ही आसिफ ने तीन और शादियां कीं, लेकिन वो मरते दम तक उनकी विवाहिता बनकर रहीं। वो आसिफ के 6 बच्चों की मां हैं। इसके बाद आसिफ ने दूसरी बार एक्ट्रेस और सिंगर सितारा देवी से ब्याह रचाया। इनकी शादी ज्यादा दिनों तक नहीं टिकी। महीने बाद ही इनका तलाक हो गया, क्योंकि आसिफ को निगार सुल्ताना से प्यार हो गया था।
निगार की जब आसिफ से शादी हुई, उससे पहले वो एक शादी कर चुकी थीं। वो एक्टर S.M. Yousuf की वाइफ थीं, लेकिन बच्चे नहीं होने और देश के विभाजन के वक्त पाकिस्तान जाने की वजह से दोनों का तलाक हो गया। बाद में आसिफ और निगार की एक बेटी हुई, जिसका नाम हिना कौसर था। इसके बाद आसिफ ने अख्तर से शादी की, जो एक्टर दिलीप कुमार की बहन थीं। ‘मुगल-ए-आजम’ की शूटिंग के दौरान आसिफ उनके घर आया-जाया करते थे, तभी उनकी मुलाकात हुई। ऐसा कहा जाता है कि इस रिश्ते से दिलीप कुमार नाखुश थे। इसी वजह से आसिफ और उनके रिश्ते में दरार आ गई, जो कभी भर नहीं पाई।