नई दिल्ली : आमतौर पर ओमेगा 3 फैटी एसिड की चर्चा होती है लेकिन ओमेगा 6 फैटी एसिड भी आवश्यक फैटी एसिड है जिसके बिना शरीर के तंदुरुस्ती की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. ओमेगा 6 फैटी एसिड शरीर के अंदर होने वाली कई प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. शरीर में ऊर्जा की जरूरत होती है. यह ऊर्जा बायलॉजकली फॉर्म में तभी बदल सकता है जब सेल में ओमेगा 6 फैटी एसिड की मौजूदगी रहे. हालांकि इसकी बहुत कम मात्रा की जरूरत होती है लेकिन शरीर को चलाने के लिए इसके बिना काम नहीं चलता. यह पॉलिसेचुरेटेड फैटी एसिड (polyunsaturated fatty acids) है.
खबर के मुताबिक शरीर में ओमेगा-6 फैटी एसिड की पर्याप्त मात्रा से ऊर्जा बनने में दिक्कत नहीं होती. हम जितने काम करते हैं, उन सभी के लिए ऊर्जा की जरूरत पड़ती है. इस ऊर्जा के लिए ओमेगा-6 फैटी एसिड की भूमिका महत्वपूर्ण है. यह इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ओमेगा-6 फैटी एसिड कई तरह की क्रोनिक बीमारियों को ठीक करने में बहुत फायदेमंद है. ओमेगा-6 फैटी एसिड हार्ट से जुड़ी समस्याओं को भी कम करता है. वहीं दूसरी ओर ओमेगा फैटी एसिड की कमी से आपको हड्डियों से जुड़ी परेशानी, नींद में कमी, डिप्रेशन, तनाव, आलसन और थकान की समस्या हो सकती है. कुछ रिसर्च के मुताबिक ओमेगा-6 फैटी एसिड सूजन को कम करने में फायदेमंद है.
खबर के मुताबिक इवनिंग प्रीमरोज तेल (evening primrose oil) में ओमेगा-6 फैटी एसिड पाया जाता है. इसके अलावा बोरेज के तेल में भी ओमेगा-6 फैटी एसिड पाया जाता है. कद्दू के बीज में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसमें ओमेगा-6 फैटी एसिड भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है.
तिल में ओमेगा-6 और ओमेगा 9 फैटी एसिड पाया जाता है. तिल में आयरन भी भरपूर होता है. अखरोट में सभी तरह के ओमेगा फैटी एसिड पाए जाते हैं. वैसे अखरोट का हार्ट की बीमारी में बहुत फायदेमंद माना जाता है.