दिल्ली
OROP : पूर्व सैनिकों ने लौटाने शुरू किए अपने मेडल
दस्तक टाइम्स/एजेंसी- नई दिल्ली। ‘वन रैंक वन पेंशन’ लागू करने के लिए सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पूर्व सैनिकों ने अपने मेडल लौटाने शुरू कर दिए हैं। पूर्व सैनिकों द्वारा मेडल लौटाने पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है, ‘विरोध करना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन मैं सोचता हूं कि उन्हें गुमराह किया जा रहा है।’ पार्रिकर ने कहा कि मेरा मुख्य काम था ओरओपी नोटिफिकेशन जारी करवाना जो मैंने कर दिया है अब अगर उन्हें कोई शिकायत है तो उन्हें हमारे द्वारा नियुक्त किए गए कमिशन के सामने जाना चाहिए।
इससे पहले सोमवार को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सोमवार को कहा कि लोकतंत्र में सभी को मांग उठाने का अधिकार है लेकिन सारी मांगों को पूरा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों की ज्यादातर मांगों को पूरा कर लिया गया है।
इससे पहले कल इंडियन एक्स-सर्विसमेन मूवमेंट (आईईएसएम) के महासचिव ग्रुप कैप्टन वी के गांधी (रिटायर्ड) ने कहा, सरकारी नोटिफिकेशन के खिलाफ हम मंगलवार से अपने मेडल लौटाना शुरू करेंगे। देशभर में पूर्व सैनिक 10-11 नवंबर को अपने पदक लौटाना शुरू करेंगे। उन्होंने इस बारे में जिला मजिस्ट्रेटों को सूचित करना शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि हमारी केवल एक मांग है जो ‘ओरओपी’ की है। सरकार ने ही प्रावधान जोड़कर मुद्दे को जटिल कर दिया। हम परिभाषा के मुताबिक ‘ओरओपी’ चाहते हैं। किसी जूनियर को उसके सीनियर से अधिक पेंशन नहीं मिलनी चाहिए।
पूर्व सैनिकों ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के उस बयान के लिए उनकी निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि सारी मांगों को पूरा नहीं किया जा सकता।
केजरीवाल से मिले पूर्व सैनिक
पूर्व सैनिकों ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने उनसे ‘ओरओपी’ पर सरकार की अधिसूचना के बारे में जानकारी देने को कहा।
सरकारी नोटिफिकेशन को पूर्व सैनिकों ने किया खारिज
सरकार ने शनिवार को 24 लाख से अधिक पूर्व सैनिकों के लिए ‘ओरओपी’ योजना की औपचारिक रूप से नोटिफिकेशन जारी की थी जिसे प्रोटेस्ट कर रहे पूर्व सैनिकों ने खारिज कर दिया था।